बुलेट नहीं बैलेट तय करता है देश का राजा

नवज्योत सिंह सिध्दू ने साधा छात्रों से संवाद
पुणे। संवाददाता – मतदानपेटी की गर्भ से ही तय होता है कि देश का राजा कौन बनेगा. जनतंत्र की विशेषता है कि यहां जनता की आवाज ही परमात्मा की होती है. बुलेट नहीं बल्कि बैलेट के आधार पर चुनाव होता है। इसी वजह से ही मतदाता ही देश का सच्च शिल्पकार है. यह राय पंजाब के पर्यटन एवं सांस्कृतिक कार्यमंत्री तथा पूर्व क्रिकेटर नवज्योत सिंह सिध्दू ने व्यक्त की.
एमआइटी वर्ल्ड पीस युनिवर्सिटी एवं एमआइटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वे युवाओं से संवाद साध रहे थे. इस मौके पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रमुख एड. कृष्णा अलावारू, महाराष्ट्र राज्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे, गौतम सेठ, एमआइटी वर्ल्ड पीस युनिवर्सिटी के कार्याध्यक्ष प्रा. राहुल विश्‍वनाथ कराड, प्रोहोस्ट डॉ. श्रीहरी होनवाड तथा डॉ. आर.एम.चिटणीस, कुलसचिव प्रा.डी.पी. आपटे, प्रा. डॉ.शैलश्री हरिदास उपस्थित थे.
सिध्दू ने कहा, देश में शांति, सुरक्षा और अमन के लिए जनतंत्र का निर्माण हुआ है. इसलिए यहां पर जनता का फैसला ही अंतिम होता है. देश के युवाओं को मद्देनजर रखते हुए नीति तय करनी होगी. बढते भ्रष्ट्राचार से राजनीति दूषित हुई है. यह एक पैसे जराने का साधन बन गया है. इसलिए जनता भलाई के लिए नजरअंदाज किया जाता है. प्रत्येक माता पिता की यहीं इच्छा होती है कि अपना बेटा पढ लिखकर डॉक्टर तथा इंजिनिअर बने लेकिन वह राजनीति में कभी न जाए. पंजाब में ऐसे अभिभावक है, जिन्हें यह लगता है कि मेरा बच्चा सिध्दू जैसे राजनीतिज्ञ बने.
देश के युवावर्ग को सुशिक्षित बनाना जरूरी है, क्योंकि शिक्षा कुरूप बातों को भी सुंदर एवं आत्मनिर्भर बना देता है. इसलिए उसको न्यूनतन वेतन मिलना संभव होता है. वर्तमान दौर में सुशिक्षित युवाओं को राजनीति में आने की अपील भी उन्होंने की.
इस मौके पर छात्र प्रतिनिधि प्रांजली मेहता, याशू मिश्रा, ओंकार, आर्यन इनामाके तथा अक्षिता नेटेने अपने भाषण में युवाओं का पक्ष रखा. प्रा. राहुल विश्‍वनाथ कराड ने प्रास्ताविक में एसओजी की भूमिका रखते हुए छात्रों से अपील की कि वे राजनीति में आए.