पुणे में दवाइयों की कमी नहीं – पुणे केमिस्ट एसोसिएशन

पुणे | समाचार ऑनलाइन

पुणे जिला के केमिस्ट एसोसिएशन (सीएपीडी) के अधिकारियों ने कहा कि, केंद्रीय सरकार द्वारा 329 दवाइयों पर फिक्स्ड ड्रग्स कॉम्बिनेशन (FDC) पर प्रतिबंध लगाने से दवाइयों और कैप्सूल में कोई कमी नहीं होगी। लेकिन सीएपीडी का दावा है की इस प्रतिबंध से कुछ समय के लिए डॉक्टरों और रोगियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
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जो दवाइयां दो या दो से ज्यादा कण से बनाए जाते है, उन्हें एफडीसी दवाइयां कहा जाता है। ऐसी सभी 329 दवाइयों के उत्पादन, वितरण और बिक्री पर भारत सरकार के दवा नियंत्रण विभाग ने प्रतिबंध लगा दिया है। इसके कुछ उदहारण है – डी कोल्ड टोटल, सेरिडॉन। इन एफडीसी दवाइयों के अपरिमेय उपयोग को रोकने के लिए सरकार ने इन दवाइयों पर प्रतिबंध लगाया है।
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स्वास्थ मंत्रालय का कहना है कि, इन दवाइयों में मौजूद सामग्री से लोगों को वह लाभ नहीं मिल रहा जो उनको मिलना चाहिए। आर्डर के तुरंत बाद आम खासी के सिरप, पेनकिलर, ठंड और फ्लू की दवाइयों के उत्पादन, वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
जब पूछा गया कि प्रतिबंध से बाजार में दवाइयों की कमी होगी तो सीएपीडी के निर्देशक ‘विजय चंगेड़िया’ ने इस से इनकार कर दिया। सरकार के आदेश अनुशार हमने इन सभी दवाइयों को बंद कर दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, अन्य दवाइयों की भरपूर स्टॉक उपलबध है इसलिए दवाइयों में कोई कमी नहीं होगी।