अब कश्मीर में आतंकियों से निपटेंगे एनएसजी कमांडो!    

जम्मू: अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका के मद्देनजर नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) का एक जत्था कश्मीर कूच कर गया है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि एनएसजी कमांडो घाटी में आतंकविरोधी अभियानों में भी हिस्सा लेंगे। सूत्रों के अनुसार,  कश्मीर घाटी में कुछ समय के लिए एनएसजी की एक टीम तैनात की गई है और शहर के बाहरी इलाके में उसका प्रशिक्षण चल रहा है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उसे अलग-अलग जगह तैनात किया जायेगा। ऐसा पहली बार होगा जब एनएसजी दल को इतने व्यापक स्तर पर तैनात किया जायेगा। एनएसजी को यहां जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधीन रखा जाएगा, क्योंकि राज्य पुलिस ही सभी आतंकविरोधी अभियानों की नोडल एजेंसी होती है। आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में इस साल जनवरी से मार्च के मध्य तक आतंकी हिंसा की करीब 60 घटनाएं हुईं जिनमें 15 सुरक्षाकर्मी और 17 आतंकी मारे गए।
कौनसे हथियार करते हैं इस्तेमाल 
इस समय एनएसजी में करीब 7,500 जवान हैं। ये कमांडो एमपी 5 सब मशीन गन, स्नाइपर राइफल, दीवार पार देखने की क्षमता वाले रडार और सी-4 एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल करते हैं।
कब हुआ था गठन 
1984 में अमृतसर स्वर्ण मंदिर में छिपे आतंकियों को खत्म करने के लिए चलाए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद एनएसजी का गठन किया गया था। इन कमांडो को मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमलों से, जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले से और गुजरात के अक्षरधाम मंदिर में हुए आतंकी हमले से निपटने के लिए तैनात किया गया था।