प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ओबीसी का हो चेहरा : कांग्रेस में पकड़ी सुर

मुंबई : ऑनलाइन टीम – राज्य कांग्रेस में संगठनात्मक फेरबदल में हलचल शुरू हो गयी है। कांग्रेस पार्टी में कुछ नेताओं का कहना है कि अगर राज्य अध्यक्ष बदलना चाहते हैं तो वो चेहरा ओबीसी समुदाय से होना चाहिए।

काँग्रेस महाराष्ट्र के प्रभारी एच. के. पाटील इन दिनों मुंबई में है। वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर रहे है। बाद में इसपर वह एक रिपोर्ट कांग्रेस को सौपेगी। सूत्र के मुताबिक, मंगलवार रात को उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ नए राज्य अध्यक्ष पर चर्चा की। बता दें कि बालासाहेब थोरात ने पहले ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ने की अपनी तत्परता का संकेत दे दिया है। थोरात ने कहा था कि अगर युवाओं को मौका मिले तो यह स्वागत योग्य है।

प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात के पास प्रदेश अध्यक्ष, राजस्व मंत्री और पार्टी के विधायक दल का नेतृत्व का जिम्मेदारी है। अब कांग्रेस पार्टी में एक चर्चा शुरू हो गई है कि प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी एक अलग व्यक्ति को दी जानी चाहिए। बालासाहेब थोरात ने यह भी कहा है कि उन्हें कोई समस्या नहीं है, अगर वह कोई बदलाव करना चाहते हैं, तो उन्हें एक नए और युवा चेहरे को जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए।

पाटिल ने बालासाहेब थोरात, पृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण के साथ चर्चा की है। यदि एक नया राज्य अध्यक्ष चुना जाना है, तो उसे गैर-मराठा समुदाय से होना चाहिए। वर्तमान में कांग्रेस, भाजपा और राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष मराठा समुदाय के हैं। कांग्रेस ने कैबिनेट में मराठा समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया। इसलिए, चर्चा है कि प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए एक ओबीसी नेता पर विचार किया जा रहा है। उसी के अनुसार खाएं। जिसके बाद अब नए अध्यक्ष के लिए  सांसद राजीव सातव विधानसभाध्यक्ष नाना पटोले, मंत्री सुनील केदार विजय वडेट्टीवार के नामों पर चर्चा हो रही है।