समाचार ऑनलाइन- हमारे देश में ऐसे कई मंदिर हैं, जहां श्रध्दालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाला चढ़ावा करोड़ों में आता हैं. इन बड़े ट्रस्टों में तिरुपति बालाजी, शिर्डी का सांई मंदिर प्रमुख हैं. यहां तक एशिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले मन्दिरों में भी यह दोनों मंदिर शुमार हैं. यहां लोग दिल खोलकर हीरे जवारात, सोना आदि का दान करते हैं. इनके अलावा राजस्थान के नाथद्वारा औऱ सांवलिया सेठ भी ऐसे दो मन्दिर हैं, जिनके दरबार में लोग खासकर व्यापारी हजारों-करोड़ों का दान देते हैं.
हाल ही में इनमें से सांवलिया सेठ मन्दिर में करोड़ों का दान देने का मामला सामने आया है. अब चित्तौड़गढ़ जिले के मंडफिया स्थित सांवलिया सेठ का मंदिर भारी चढ़ावे को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ हैं. बताया ज़ा रहा हैं कि यहां एक महिला ने नोटों की जैसे बारिश कर दी. उसने क़रीब सवा करोड़ रूपये की नकदी दान की हैं.
एक तरफ तो मोदी सरकार केशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दे रही हैं ऐसे में सवा करोड़ का नगद दान चर्चा का विषय बना हुआ हैं.
बैग में भरकर लायी थी नोटों की गड्डियां…
बताया ज़ा रहा हैं कि यह महिला श्रध्दालु जलझूलनी मेले के आखरी दिन सांवलिया सेठ पहुंची औऱ भगवान के दर्शन किये. इसके बाद वह अपने साथ एक बैग लाई थी, जिसमें लिफाफों में लिपटी नोट की गड्डियां थी. महिला बड़े आराम से इन गड्डियों को एक-एक करके दानपात्र में डालने लगी. यह नजर देख वहां मौजूद लोग आश्चर्यचकित रह गये.
जिसने भी यह दृष्य देखा वो इस महिला दान दाता को देखते ही रह गया. इस महिला द्वारा करीब 50 से अधिक नगदी से भरे लिफाफे दानपात्र में डाले गए हैं, जिससे अनुमान लगाया ज़ा रहा हैं कि दान राशि क़रीब सवा करोड़ रुपये हो सकती हैं. इसके बाद से सांवलिया सेठ का यह मंदिर औऱ दान करने वाली महिला इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इस दौरान महिला के नकदी डालने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
महिला की पहचान नहीं हो पाई
हालांकि ये श्रद्धालु महिला कौन थी? इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है. लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि, यह महिला मध्यप्रदेश के इंदौर क्षेत्र की निवासी हो सकती है.
भगवान श्री सांवलिया सेठ को बनाया जाता हैं बिजनेस पार्टनर…
सांवलिया सेठ से एक किवदन्ती जुड़ी हुई है, जिसे जानकर आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे. बताया जाता है कि सांवलिया सेठ व्यापार में तरक्की-उन्नति देते हैं, इसलिए कारोबारी या व्यापारियों द्वारा इन्हें अपना आराध्य माना जाता है. इतना ही नहीं व्यापारी सांवलिया सेठ को अपना बिजनेस पार्टनर भी बनाते हैं और जब बिजनेस सफल हो जाता है, तो उनका हिस्सा दान के रूप में यहाँ चढ़ा दिया जाता है.
प्रचलित कथाओं के अनुसार भगवान श्री सांवलिया सेठ का संबंध मीरा बाई से बताया जाता है. यह वही सांवलिया सेठ हैं जो मीरा बाई के गिरधर गोपाल हैं, जिनकी वह पूजा किया करती थीं.