केवल ‘इन’ शर्तों पर, कांग्रेस को शिवसेना का मुख्यमंत्री 5 सालों तक मान्य !

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन– राज्य में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी द्वारा सरकार बनाने की हलचल शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस को इस बात पर कोई आपत्ति नहीं है कि पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री की कुर्सी शिवसेना के पास रहे. लेकिन कांग्रेस महत्वपूर्ण मुद्दों और जनता के हितों को लेकर गंभीर है. इसके लिए विश्वजीत कदम, अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहेब थोराट, विजय वडेट्टीवार, केसी पाडवी, यशोमति ठाकुर, सरोज बंटी पाटिल सहित सुनील केदार जैसे कांग्रेसी नेताओं की मंत्रिमंडल में जगह पक्की हो सकती है.

कुछ समय पहले, एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल नए मंत्रिमंडल के संभावित मंत्रियों की लिस्ट लेकर पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से मिले थे. अब, कांग्रेस ने भी अपने संभावित मंत्रियों की सूची बना ली है. सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि कांग्रेस, ग्रामीण विकास, लोक निर्माण विभाग , बिजली और पशुपालन जैसे महत्वपूर्ण विभाग अपने हिस्से में चाहती है. यहां तक कि दोनों पार्टियों ने कैबिनेट में, अपने अनुभवी नेताओं को जिम्मेदारी देने का फैसला किया है.

गठबंधन सरकार में शामिल कई नेताओं के फिर से नए मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट में कांग्रेस के दिवंगत नेता पतंगराव कदम के बेटे विश्वजीत कदम भी शामिल होंगे. विश्वजीत कदम पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आखिरकार कुछ शर्तों पर शिवसेना के साथ जाने को तैयार हो गई हैं. कल शरद पवार के साथ साढ़े तीन घंटे की चर्चा में, शिवसेना ने दोनों दलों द्वारा तय कार्यक्रम को स्वीकार किया. इसके बाद सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर चर्चा हुई. आज फिर से कांग्रेस और एनसीपी की अलग-अलग बैठक होने की जानकारी है.

visit : punesamachar.com