पीसीएमसी में नामी शैक्षिक संस्थानों के आने का रास्ता खुला

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पुणे के नामी गिरामी शैक्षिक संस्थानों के पिंपरी चिंचवड़ शहर में आने का रास्ता खुल गया है। राज्य सरकार के नगररचना विभाग ने पिंपरी चिंचवड़ नवनगर विकास प्राधिकरण के पेठ क्रमांक नौ में शैक्षिक संस्थानों के लिए पांच भूखंड मंजूर किये हैं। अब इन भूखंडों के शैक्षिक प्रयोजन हेतु वितरण के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसकी जानकारी देते हुए भोसरी के विधायक महेश लांडगे, जोकि इस प्रस्ताव को लेकर लगातार प्रयासरत थे, ने कहा कि इस फैसले से पिंपरी चिंचवड़ के विद्यार्थियों को अब पुणे के बड़े शैक्षिक संस्थानों में जाने की जरूरत नहीं रहेगी, बल्कि उन्हें अपने ही शहर में उन संस्थानों की शिक्षा मिल सकेगी। इससे उनके समय और ख़र्च दोनों में बचत भी होगी।
पिंपरी चिंचवड शहर के करीबन एक लाख विद्यार्थी शिक्षा के लिए पुणे जाते हैं। इसमें उनका समय और पैसे दोनों खर्च होते हैं। पुणे के नामी गिरामी शैक्षिक संस्थानों को पिंपरी चिंचवड़ में अपने संस्थान शुरू करने में आसानी हो इसके लिए भाजपा विधायक व शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप व विधायक महेश लांडगे ने प्राधिकरण से मांग की थी कि शैक्षिक संस्थानों को रियायती दरों पर जमीन उपलब्ध करायी जाय। इसके लिए 5 जुलाई को उन्होंने प्राधिकरण के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र भी लिखा था। इसकी दखल लेते हुए 25 जुलाई को पुणे के नामी शैक्षिक संस्थानों के अध्यक्ष, सचिवों, प्राचार्यों और प्राधिकरण के अध्यक्ष व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के एक बैठक हुई। इसमें बताया गया कि, प्राधिकरण के पास शैक्षिक प्रयोजन के लिए 12 भूखंड उपलब्ध हैं, उनमें से एक हेक्टर से ज्यादा क्षेत्र के पांच भूखंड का इस्तेमाल शैक्षिक कैंपस के लिए किया जा सकता है।
मोशी में प्राधिकरण की ओर से 1400 घरों की आवासीय योजना प्रगतिपथ पर है। ऐसे में इस इलाके में स्कूल, कॉलेजों की जरूरत होगी। इसके अनुसार पेठ क्रमांक 9 में पांच भूखंड शैक्षिक संस्थानों के कैंपस के लिए मंजूर किये गए हैं। नगररचना विभाग ने भी इसे मंजूरी दे दी है। इन भूखंडों के वितरण के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे पिंपरी चिंचवड़ के विद्यार्थियों को अब पुणे के बड़े शैक्षिक संस्थानों में जाने की जरूरत नहीं रहेगी, बल्कि उन्हें अपने ही शहर में उन संस्थानों की शिक्षा मिल सकेगी। इससे उनके समय और ख़र्च दोनों में बचत भी होगी। इसके अलावा पुणे को ट्रैफिक की समस्या हल होने में मदद मिलेगी, यह विश्वास विधायक लांडगे ने जताया है। गौरतलब हो कि चिखली में पुणे के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए सरकारी चारागाह की जमीन इससे पहले ही विधायक लांडगे के प्रयासों से हस्तांतरित की गई है। यहाँ कॉलेज का काम चरणबद्ध तरीके से शुरू है।

 

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