जयंती को लेकर सभागृह में भिड़े विपक्षी नेता व नगरसेविका

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होलकर जयंती महोत्सव के मुद्दे पर पिंपरी चिंचवड़ मनपा के विपक्षी नेता दत्ता साने और सत्तादल भाजपा की नगरसेविका आशा शेंडगे के बीच जारी विवाद का साया गुरुवार को सर्वसाधारण सभा पर भी नजर आया। आरोप-प्रत्यारोप के दौर में उनका विवाद तब बढ़ गया जब शेंडगे ने साने की जन्मदाता मां का उल्लेख कर बयानबाजी की। इस पर साने भड़क उठे और सभागृह में ही चेताया कि राजनीति गई गड्ढे में, दोबारा मां के बारे में कुछ कहा तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।
सत्ता परिवर्तन के बाद यह महोत्सव नगरसेविका आशा शेंडगे से जुड़े धनगर समाज के संगठन के माध्यंम से मनाया जा रहा है। इस पर समाज के दूसरे संगठन जिससे सत्तादल भाजपा के पूर्व नगरसेवक राजू दुर्गे, पदाधिकारी वीणा सोनवलकर व अन्य लोग जुड़े हैं, ने कड़ी आपत्ति जताई है। यही नहीं उन्होंने इस बारे में विपक्षी नेता दत्ता साने को एक ज्ञापन भी सौंपा था। इस पत्र की दखल लेते हुए साने ने मनपा आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की थी।इस पर साने और शेंडगे के बीच विवाद जारी है।
इस विवाद की छाप आज मनपा की सर्वसाधारण सभा पर भी नजर आयी। नगरसेविका आशा शेंडगे ने इस मुद्दे को उठाते हुए साने द्वारा लगाए गए आरोप साबित होने पर राजनीति त्यागने की घोषणा की। साथ ही साने को भी उनके आरोप गलत साबित होने और राजनीति छोड़ने की चुनौती दी। बात तब बढ़ गई जब आरोप- प्रत्यारोप के दौर में शेंडगे ने साने पर व्यक्तिगत रूप से हमला किया। इस पर आक्रोशित साने ने यह याद दिलाते हुए कि, जयंती को लेकर हुए आरोप उनके अपने नहीं बल्कि उनके (शेंडगे) समाज के संगठन और पार्टी के लोगों के हैं, कहा कि मेरे माता- पिता के बारे में बोलने का किसी को कोई अधिकार नहीं है। साथ ही उन्होंने उपरोक्त चेतावनी भी दी। इससे सभागृह का माहौल खासे तौर पर गरमा गया था।