औरंगाबाद, 17 नवंबर : दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से के भाजपा छोड़कर राष्ट्रवादी में शामिल होने के बाद और एक सीनियर नेता ने भाजपा छोड़ दिया है। ऐसे में फिर से भाजपा के आउटगोइंग की चर्चा शुरू हो गई है। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जयसिंहराव गायकवाड़ ने पार्टी की प्राथमिकता सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
गायकवाड़ जनसंघ से भाजपा में सक्रिय थे। वह संघ की शाखाओं से निकले है। गोपीनाथ मुंडे के साथ उन्होंने मराठवाड़ा में भाजपा का विस्तार किया। बीड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से वह 3 बार लोकसभा के सांसद चुन कर आये है। औरंगाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से उन्हें दो बार सफलता मिली है। राज्य मंत्रिमंडल में सहकारिता राज्यमंत्री पद उनके पास था। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शिक्षा और खान राजयमंत्री के रूप में उन्होंने जिम्मेदारी संभाली है। गायकवाड़ फ़िलहाल भभाजपा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य थे। लेकिन पिछले कुछ समय से उन्हें सक्रिय राजनीति से बाहर फेंक दिया गया था।
गायकवाड़ ने इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस में शामिल हुए थे. एनसीपी के टिकट से वह सांसद चुनकर आये थे। लेकिन उन्होंने फिर से घर वापसी की। पार्टी में सम्मानजनक व्यवहार नहीं मिलने का उन्होंने आरोप लगाया है। साथ ही काम भी नहीं दिया जा रहा था। इसी नाराजगी में उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। औरंगाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से उन्होंने उम्मीदवारी का नामांकन किया था. लेकिन आज दोपहर उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली।
कहा जा रहा है कि एकनाथ खड़से के भाजपा छोड़ने के बाद भाजपा से ऑउटगोइंग जारी है। गायकवाड़ के इस्तीफे को इसी क्रम में देखा जा रहा है। गायकवाड़ एक बार फिर से अपनी कलाई पर घड़ी बांधते है या अन्य किसी पार्टी में जाते है इसे लेकर उत्सुकता बन गई है। लेकिन भाजपा को राम राम कहे जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।