नाशिक, 1 फरवरी –एक ही सीट पर बैठी गर्भवती पत्नी की मौत का सिहरा देने वाली कल्पना हम और आप नहीं कर सकते है. लेकिन एक दुर्घटना में बचे अमोल अहिरे को इस कल्पना को आंखों के सामने जीना पड़ा है. एक न्यूज़ पेपर से बात करते हुए उसके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.
भविष्य के गर्भ में कुछ और ही था
चिराई (तहसील – बागलान ) के सामाजिक कार्यकर्ता अमोल अहिरे प्राइवेट कंपनी में डिश टीवी बेचने का काम करता है. आठ महीने पहले उसकी शादी कलवण की शीतल से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद शीतल गर्भवती हो गई और घर में नए मेहमान किए आने की खबर से खुशनुमा वातावरण था.
मंगलवार 28 जनवरी को मेडिकल जांच के लिए अमोल और शीतल दोनों साथ गए थे. जांच में सब कुछ ठीक होने की बात जानकर दोनों खुश थे. लेकिन काल के गर्भ में कुछ और ही पल रहा था.
बेहद गुस्से से मन हुआ सुन्न
मालेगांव से धुले-कलवण बस में एक ही सीट पर बैठने के बाद मेशी गांव के पास अचानक बस हिलोरे खाने लगी. कुछ होने के डर से मन सुन्न हो गया. अमोल ने न्यूज़ पेपर से बात करते हुए बताया कि बस के कुएं में गिरने से गर्भवती शीतल की मौत हो गई. बुधवार को शोकाकुल वातावरण में शीतल का अंतिम संस्कार हुआ.