आज का दिन कभी नहीं भूल सकता पाक, हमारी नौसेना ने सिखाया था सबक

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – आज का दिन नौसेना के साथ-साथ देशवासियों के लिए गर्व का दिन है। 4 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के साथ युद्ध में भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर एक ही रात में दुश्मन के तीन जलपोतों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इसे ऑपरेशन ट्राइडेंट नाम दिया गया था। युद्ध में पाकिस्तान के 500 से ज्यादा नौसैनिक मारे गए थे। इस सफल ऑपरेशन की याद में हर साल चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। वर्तमान में भी हमारी नौसेना पाकिस्तान से कहीं ज्यादा ताकतवर है। भारतीय नौसेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर नौसेना है।

भारतीय नौसेना
भारतीय नौसेना में 295 जहाज, युद्ध पोत 14, विमान वाहक पोत 1, 11 डिस्ट्रोयर्स, 23 लड़ाकू जलपोत, 15 सबमरीन्स, 139 निगरानी जहाज, 6 युद्धक जहाज हैं।

पाकिस्तानी नौसेना
पाकिस्तानी नौसेना की वर्ल्ड रैंकिंग 13 है। पाक के पास 197 जहाज हैं। जबकि विमान वाहक पोत, डिस्ट्रॉयर्स, लड़ाकू जलपोत नहीं हैं। इसके अलावा उसके पास 10 युद्ध पोत, 8 सबमरीन्स, 17 निगरानी जहाज, 3 छोटे युद्धक जहाज हैं।

चीनी नौसेना
बता दें कि चीनी नौसेना की विश्व में तीसरी रैंकिंग है। चीन के पास कुल 714 जहाज हैं। इसके अलावा एक विमान वाहक पोत, 51 युद्ध पोत, 35 डिस्ट्रॉयर्स, 35 लड़ाकू जलपोत, 68 सबमरीन्स, 220 निगरानी जहाज, 31 छोटे युद्ध पोतक, 38 रडार स्टेशन हैं।

परमाणु हथियार
परमाणु हथियारों की बात की जाए तो हाल ही में एटमी हथियारों से लैस पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया है। जिसके बाद से भारत की ताकत और बढ़ गई है। अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन के बाद भारत छठा ऐसा देश हो गया है जिसने अपनी परमाणु पनडुब्बी बनाने में कामयाबी हासिल की है।

और बढ़ जाएगी ताकत
26/11 हमले के बाद नौसेना ने अपनी तैयारी काफी मजबूत कर ली है। नेवी और कोस्ट गार्ड के बीच में स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर अपनाया गया है। राडार स्टेशनों में उच्च रिजॉल्युशन वाले कैमरे लगाए गए हैं जिनकी पहुंच 10 समुद्री मील है। भारत की 7500 किलोमीटर लंबी तटरेखा की निगरानी के लिए 38 और राडार स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। भारत ने सुरक्षाबलों के लिए 3000 करोड़ रुपए की खरीद प्रक्रिया को अपनी मंजूरी दी है। इस प्रक्रिया के तहत भारतीय नौसेना के लिए ब्रह्मोस मिसाइल की तैनाती के लिए दो जंगी जहाज खरीदे जाएंगे। भारतीय नौसेना के लिए जिन जंगी जहाजों की खरीददारी होनी है, उनका निर्माण रूस में किया जाएगा। इस तरह भारत की ताकत और अधिक बढ़ जाएगी।

महिलाओं को अब इंडियन नेवी में सेलर रैंक में भी एंट्री मिलेगी। अभी तक नेवी में महिलाएं सिर्फ ऑफिसर रैंक में ही थीं। नेवी में सेलर रैंक आर्मी में जवान रैंक के बराबर होती है। न तो आर्मी में और न ही एयरफोर्स में अभी तक इस रैंक में महिलाओं की एंट्री हो पाई है। पनडुब्बियों में जाने के लिए महिलाओं को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। अभी कॉम्बेट रोल में करीब 60 महिला अधिकारी हैं। नेवी में अभी कुल 639 महिला अधिकारी हैं। लेकिन सेलर रैंक में महिलाओं की एंट्री खुलने से ज्यादा महिलाओं को नेवी जॉइन करने का मौका मिलेगा। अगले साल जनवरी में नौसेना सी विजिल नाम का एक अभ्यास कर रही है। इसमें नौसेना की अगुवाई में समुद्री और तटीय सुरक्षा से जुड़ी नौ एजेंसियां भाग ले सकती हैं। इससे यह जांचा जाएगा कि हमले जैसी परिस्थिति का सामना करने के लिए भारतीय सैन्य और सुरक्षा बल कितने तैयार हैं।