पटना : गंगा नदी पर गांधी सेतु के समानांतर एक नये 4 लेन पुल के निर्माण को मिली मंजूरी 

नयी दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी ने बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी पर गांधी सेतु के समांनातर एक नये 5.638 किलोमीटर लंबे 4 लेंन के पुल के निर्माण को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में आर्थिक मामले की कैबिनेट कमेटी ने पटना में गंगा नदी पर महात्मा गांधी सेतु के समांनातर फोर लेन पुल निर्माण की स्वीकृति दी है। इस पर 2,926. करोड़ रूपये का खर्च आएेगा और यह साढ़े तीन साल में बनकर तैयार होगा। जनवरी, 2023 में इसके बनकर तैयार होने की संभावना है।

वर्तमान महत्मा गांधी सेतु के 38 मीटर पश्चिम अपस्ट्रीम में ईपीसी मोड में इस नये पुल का निर्माण होगा। केंद्रीय केबिनेट की आर्थिक समिति की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी। उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाला यह मेगा परियोजना साढ़े 14 किलोमीटर लंबी होगी। पुल पटना सारण व वैशाली जिले से गुजरेगी। इसके निर्माण में चार अंडरपास, एक आरओबी,1580 मीटर लंबा एक बायडक्ट, 110 मीटर का फ्लाईओवर, चार छोटे-छोटे पुल, पांच बस शेल्टर व 13 रोड जक्सन बनाये जायेंगे। नये पुल के निर्माण होने के बाद गंगा नदी पर पटना में आठ लेन का दो पुल हो जायेगा। इसमें एक तरफ से जाने व दूसरे तरफ से आने की व्यवस्था होने से लोगो को राहत मिलेगी। लोगो को ट्रैफिक जाम की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा।

नये पुल के बन जाने से उत्तर बिहार, नेपाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर बंगाल के लिए सहूलियत होगी। साथ ही सामाजिक, आर्थिक लाभ भी मिलेगा। नये पुल के निर्माण के दौरान लगभग 20.94 लाख दिन प्रत्यक्ष रोजगार सृजन होगा। गंगा नदी पर यह 30वां पुल होगा। उल्लेखनीय है कि मई 2014 से पहले इलाहाबाद से फरक्का में गंगा नदी पर केवल 13 पुल थे। इसके बाद इन हिस्सों में अतिरिक्त 20 पुलों की योजना है। वे या तो बने या फिर निर्माणाधीन है। इस प्रकार पुलों की संख्या 33 हो गयी है। इसमें सात पुलों पर यातायात व निर्माण कार्य के लिय पांच पुलों को पहले ही खोला जा चका है। शेष आठ पुल परियोजनाओं  में जो निर्माण के लिए योजनाबद्ध है।  यह पुल 30 वां पुल होगा।

वही, बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने केंद्र सरकार द्वारा बिहार को एक और बड़े पुल का तोहफा दिये जाने पर कहा, यह पुल प्रधानमंत्री पैकेज का हिस्सा है। केंद्रीय कैबिनेट से स्वीकृति मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते है। पुरे बिहारवासियों की ओर से उन्हें बधाई देते है  इस पुल के निर्माण से उत्तर व दक्षिण बिहार को जोड़ने की मजबूत कड़ी होगी। इससे लोगो को सुविधाएं होगी।