पवना बांध लबालब; फिर भी साप्ताहिक कटौती कायम

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन –  अक्टूबर बीतने के बाद भी बरसात लौटने का नाम नहीं ले रही है। पिंपरी चिंचवड शहर और मावलवासियों की प्यास बुझाने वाले पवना बांध में गत वर्ष की तुलना से 11.50 फीसदी ज्यादा पानी संचित है। अक्टूबर अंत में भी बांध का जलसंचय शतप्रतिशत है, जोकि अगले साल जुलाई तक की जलापूर्ति के लिए पर्याप्त साबित होगा। इससे यह तो तय है कि अगले साल शहरवासियों को पानी की किल्लत से जूझना नहीं पड़ेगा। मगर फिलहाल जारी सप्ताह में एक दिन की कटौती से कब निजात मिलेगी? यह सवाल खड़ा हुआ है।
मावल तालुका स्थित पवना बांध से पिंपरी चिंचवड शहर और मावल परिसर में जलापूर्ति की जाती है। आज की तारीख में भी बांध का जलसंचय शतप्रतिशत है। जबकि गत वर्ष अक्टूबर अंत तक पवना बांध में 88.50 फीसदी जलसंचय था। यानी गत साल की तुलना में इस साल बांध में 11.50 फीसदी अधिक जलसंचय है, जो जुलाई 2020 तक की जलापूर्ति के लिए पर्याप्त है। इस साल बांध क्षेत्र में कुल 4020 मिमी बारिश दर्ज हुई है जो गत साल 3367 मिमी थी। गत साल की तुलना में इस साल 700 मिमी ज्यादा बारिश हुई है।
गत साल वापसी की बारिश पर्याप्त न होने से पिंपरी चिंचवड़ में दिवाली से ही पानी की किल्लत का सामना करना पड़ा था। आरंभ में सप्ताह में एक दिन की कटौती लागू की गई। इसके बाद में एक दिन छोड़ जलापूर्ति की जाने लगी। 9 अगस्त से यह कटौती रद्द की गई और नियमित जलापूर्ति शुरू की गई। मगर पानी की किल्लत से जुड़ी शिकायतें बढ़ने लगी जिसके चलते 18 अगस्त से पुनः सप्ताह में एक दिन की कटौती लागू की गई जो आज तक कायम है। जबकि इस साल बारिश भी अच्छी हुई और पवना बांध भी लबालब है। साप्ताहिक कटौती कब रद्द होगी? यह सवाल उठाया जा रहा है।