पवना डैम 24% भरा; मगर कटौती से राहत नहीं

पिंपरी : संवाददाता – देर आये दुरुस्त आए कहावत की तर्ज पर देरी से आई बरसात गत कई दिनों से लगातार दमदार हाजिरी लगा रही है। बांध क्षेत्र में गत 24 घन्टे में हुई जोरदार बारिश से पिंपरी चिंचवड़ शहर और समस्त मावल तालुका की प्यास बुझाने वाले पवना बांध का जलस्तर 24 फीसदी तक पहुंच गया है। हालांकि पिंपरी चिंचवड़ शहर में जारी एक दिन की पानी कटौती से फिलहाल कोई राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे। क्योंकि पिंपरी चिंचवड़ मनपा का जलापूर्ति विभाग बांध के शतप्रतिशत भरने तक कटौती रद्द करने के ‘मूड’ में नहीं है।

त साल वापसी की बारिश पर्याप्त साबित न होने और इस साल बरसात देरी से शुरू होने के कारण पवना बांध का जलस्तर 13 फीसदी तक पहुंच गया। नतीजन मनपा के जलापूर्ति विभाग ने शहर में एक दिन की कटौती यानी एक दिन छोड़कर जलापूर्ति करने की शुरुआत की। हालांकि सिंचाई विभाग गत साल के अक्टूबर से ही कटौती के पक्ष में था। मगर तब राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव और लोकसभा चुनाव के चलते कटौती का फैसला टाल दिया गया। चुनाव के टूट बाद से शहर में एक दिन की कटौती लागू की गई है।

इस साल मानसून के आगमन में विलंब हुआ मगर जब से इसका आगमन हुआ है लगातार जोरदार बारिश जारी है। बीते 24 घन्टे में पवना बांध क्षेत्र में 120 मिमी बारिश दर्ज हुई है। इससे बांध के जलस्तर में भी 2.91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आज की तारीख में पवना बांध में 23.90 फीसदी पानी है। जबकि गत साल इसी दिन तक बांध में 31.92 फीसदी पानी था। बांध क्षेत्र में इस साल के मौसम में अब तक 677 मिमी बारिश दर्ज हुई है। गत साल यह आंकड़ा 729 मिमी था। यानी देरी से बारिश के शुरू होने के बाद भी उसका प्रमाण गत साल के प्रमाण तक पहुंच रहा है।

अब तक की बारिश से पवना बांध का जलस्तर 10.44 फीसदी से बढ़ा है। इसमें अकेले एक दिन में 2.91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आज की तारीख में पवना बांध का जलस्तर 23.90 फीसदी तक पहुंच गया है। इसके बावजूद पिंपरी चिंचवड़ मनपा प्रशासन कटौती कम करने या रद्द करने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। जलापूर्ति विभाग को बांध के शतप्रतिशत भरने का इंतजार है। यानी कुल मिलाकर शहरवासियों को फिलहाल पानी कटौती से कोई राहत नहीं मिलेगी, यह तय माना जा रहा है।