इस बारे में एलेन अलमेडिया (53) निवासी सैलेस्बेरी पार्क, पुणे ने शिकायत दर्ज कराई है। इसके अनुसार पुलिस ने स्पाइसर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर नोबल प्रसाद पिल्ले, चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर रत्नास्वामी जयम, हेड ऑफ द डिपार्टमेंट (आर्ट्स) चाको पॉल, कात्रज के क्रिएटिव एजुकेशनल फाउंडेशन के निदेशक गोपाल भिकाजी खण्डारे और एक अन्य आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 417, 465, 468, 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
एक चर्च के माध्यम से बीते 40 सालों से सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत शिकायतकर्ता एलेन ने गत वर्ष 25 सितंबर और 4 अक्टूबर को आरटीआई के तहत नामजद आरोपियों के पास रही पीएचडी डिग्री की जानकारी मांगी थी। इसके न मिलने पर उन्होंने पुनः इस साल 5 जनवरी को अर्जी दी। 9 फरवरी को जवाब में स्पाइसर यूनिवर्सिटी को निजी संस्था बताकर आरटीआई के दायरे से बाहर बताया और जानकारी देने से मना कर दिया।
इससे सम्बन्धितों की डिग्री फर्जी होने शक गहरा हुआ और एलेन ने पुलिस को शिकायत अर्जी दी। चतुःश्रृंगी पुलिस ने अपनी जांच में शिकायत की पुष्टि करने के बाद उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। फर्जीवाड़े के इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। युनिट1 के पुलिस निरीक्षक नितिन भोसले पाटिल और सहायक निरीक्षक डीके कापरे छानबीन में जुटे हैं।