पिंपरी चिंचवड़ के महापौर और उमहापौर ने दिया इस्तीफा

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन

बीते कई दिनों से पिंपरी चिंचवड़ मनपा में जारी महापौर बदलाव की चर्चा को आखिर मंगलवार को पूर्णविराम लग गया है। बीते दिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के दौरे में चर्चा के बाद महापौर और उपमहापौर के इस्तीफे लेने के आदेश दिए गए। इसके अनुसार महापौर नितिन कालजे और शैलजा मोरे ने आज अपने पदों से इस्तीफा दिया। मुख्यमंत्री का आदेश आने के बाद सभागृह नेता एकनाथ पवार के कार्यालय के ‘एंटी चेंबर’ में गुप्त बैठक में काफी देर तक माथापच्ची चलती रही। इसके बाद साढ़े तीन बजे दोनों ने इस्तीफे दिए।

सत्ता परिवर्तन के बाद सत्तादल भाजपा ने अपने ज्यादा से ज्यादा नगरसेवकों को पद देने की नीति बनाई है। इसके तहत सवा सवा साल का महापौर, उपमहापौर, दो की बजाय एक एक साल का स्थायी समिति सदस्य पद जैसे कई बदलाव किये गए हैं। मार्च में स्थायी समिति अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद से महापौर नितिन कालजे का आसन डोलने लगा था। इसके बाद से लगातार महापौर कालजे, उपमहापौर शैलजा मोरे के साथ ही सभागृह नेता एकनाथ पवार के इस्तीफे की चर्चा चलती रही। हांलाकि हर बार यह सब केवल चर्चा ही साबित हुई, मगर कल मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पिंपरी चिंचवड़ दौरे पर थे तब उनके साथ इसके बारे में चर्चा विमर्श किया गया।

बताया जा रहा है कि, इसी दौरे में मुख्यमंत्री ने महापौर, उपमहापौर के इस्तीफे लेने का आदेश दिया है। इसके बाद महापौर व उपमहापौर दोनों को तुरंत मनपा मुख्यालय में पहुंचने के आदेश दिए गए। सभागृह नेता के कार्यालय के ‘एंटी चेंबर’ में काफी देर तक बैठक चली। इसमें तय किये गए अनुसार पहले उपमहापौर शैलजा मोरे नेे अपना इस्तीफा महापौर नितिन कालजे को सौंपा। इसके बाद महापौर कालजे मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर को अपना इस्तीफा सौंपा। सभागृह नेेता एकनाथ पवार समेत पार्टी के कई आला नेता व पदाधिकारी उनके साथ थे। अब पिंपरी चिंचवड़ का नया महापौर और उपमहापौर कौन होगा? इसकी उत्सुकता बढ़ गई है।