पिंपरी चिंचवड़ में अब राष्ट्रध्वज को लेकर सियासत शुरू 

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन
पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा अब नए मुद्दे और विवाद में उलझती नजर आ रही है। मनपा द्वारा निगडी के भक्ति-शक्ति चौक में देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रध्वज स्थापित किया गया है। हांलाकि यहाँ कुछ कामवश राष्ट्रध्वज निकालकर रखा गया है। चंद दिनों की दूरी भारतीय स्वतंत्रता दिवस की सालगिरह है, ऐसे में इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के बाद अब शिवसेना इस विवाद में कूद गई है। रविवार को यहाँ प्रशासन और सत्तादल के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए शिवसेना ने चेतावनी दी है कि अगर 15 अगस्त से यहां पर स्थायी तौर पर राष्ट्रध्वज नहीं फहराया गया तो पार्टी खुद फहराएगी।
शिवसेना ने आरोप लगाया है कि निगडी में काफी गाजे बाजे के साथ देश का सबसे ऊँचा राष्ट्रध्वज स्थापित तो कर दिया गया। मगर उसे हमेशा फहराते- लहराते हुए रखने में मनपा प्रशासन और सत्तादल दोनों नाकाम साबित रहा है। स्थापना के बाद कभी एक माह तक लगातार यहां तिरंगा लहरा नहीं सका है। अब तो बीते कई दिनों से यह तिरंगा फहराया ही नहीं गया है। बार बार फहराने के बाद लगातार यहां से राष्ट्रध्वज उतार दिया जा रहा है। जबकि संविधान में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हमारे राष्ट्रध्वज को सदैव फहराते हुए रखा जाना चाहिए। केवल सियासी लाभ पाने के लिहाज से राष्ट्रध्वज कि स्थापना को लेकर जल्दबाजी की गई, यह आरोप शिवसेना के विधायक एड गौतम चाबुकस्वार ने लगाया है।
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उन्होंने यह भी कहा कि बार बार दुरुस्ती के नाम पर राष्ट्रध्वज निकालना बंद नहीं किया गया तो मनपा आयुक्त के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज कराया जायेगा। रविवार की शाम शिवसेना द्वारा भक्ति- शक्ति चौक में प्रदर्शन करते हुए पिंपरी चिंचवड़ मनपा प्रशासन और सत्तादल भाजपा की कड़ी निंदा की गई और उपरोक्त चेतावनी दी गई। इस प्रदर्शन आंदोलन के बाद निगडी पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक शंकर आवताडे, सहायक पुलिस निरीक्षक आरदवाड, तात्या तापकीर आदि को ज्ञापन सौंपा गया है। विधायक चाबुकस्वार के नेतृत्व में किये गए इस आंदोलन में शिवसेना के पिंपरी चिंचवड़  शहरप्रमुख योगेश बाबर, शहर संगठक सुलभा उबाले, पूर्व नगरसेवक अनंत कोराले, जितेंद्र ननावरे, युवराज दाखले, रोमी संधू आदि शामिल थे।