भाजपा की बदौलत पिंपरी चिंचवड़वासी पानी से वंचित

राष्ट्रवादी कांग्रेस का गंभीर आरोप
पिंपरी: समाचार ऑनलाइन – पवना बांध के लबालब होने के बाद भी पिंपरी चिंचवड़ शहर में पानी की किल्लत बनी हुई है। इससे पवना बांध से पाइपलाइन के जरिये सीधे पानी लाने की अधर में लटकी योजना का मुद्दा फिर गूंज रहा है।सत्तादल भाजपा की पिंपरी चिंचवड़ इकाई के नेता व विधायक इस योजना को पूरा करने की कोशिश जारी रहने का दावा कर रहे हैं, जबकि मावल इकाई के नेता इस योजना को किसी भी सूरत में नहीं होने देने की घोषणा कर रहे हैं। हालांकि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व जिले के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल ने हालिया स्पष्ट किया कि योजना को लेकर भाजपा के किसी नेता का विरोध नहीं है यह योजना स्थानीय किसानों को विश्वास में लेकर पूरी की जाएगी। अब इस पर प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस ने निशाना साधा है कि, पवना पाइपलाइन योजना मुख्यमंत्री की वजह से अधर में लटकी है और भाजपा की बदौलत ही शहरवासी पानी की किल्लत झेल रहे हैं।
पूर्व विपक्षी दल के नेता दत्ता साने ने बताया कि, पिंपरी चिंचवड शहरवासियों को 24 घन्टे पर्याप्त जलापूर्ति के लिए 10 साल पहले पवना पाइपलाइन योजना बनाई गई। तब मावल के किसानों ने इसका विरोध जताया। भाजपा की अगुवाई में किये गए आंदोलन को हिंसक मोड़ मिला और तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इस योजना पर स्थगिति आदेश जारी किया, जोकि अब तक कायम है। इस योजना को लेकर राष्ट्रवादी को बदनाम करनेवाली भाजपा अब सत्ता में है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह स्थगिति हटाने को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की। इस योजना को लेकर भाजपा के स्थानीय नेता दोगली राजनीति कर रहे हैं। मावल के नेता किसी भी सूरत में यह योजना नहीं होने देने की घोषणा कर रहे हैं। जबकि पिंपरी चिंचवड़ के नेता सामंजस्य से यह योजना पूरी करने का राग अलाप रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि भाजपा और मुख्यमंत्री की वजह से यह योजना अधर में लटकी है और इस पर अब तक किया गया 150 करोड़ का खर्च जाया गया।