क्राइम पेट्रोल देखकर रची 33 लाख की डकैती की साजिश

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन – उधार चुकाने और मौज मस्ती करने के लिए क्राइम पेट्रोल के सीरियल देखकर 33 लाख रुपए की डकैती की साजिश का पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने पर्दाफाश किया है। क्राइम ब्रांच के यूनिट 5 की टीम ने देहूरोड पुलिस थाने में दर्ज इस मामले में कुणाल रविंद्र पवार (20), ओंकार उर्फ मोन्या बाळासाहेब भोगाडे (21, दोनों निवासी हनुमान कॉलोनी, हुतात्मा चौक, भोसरी) नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे डकैती के पैसे समेत कुल 34 लाख 39 हजार 463 रुपए का माल बरामद किया है। बुधवार को हुई इस वारदात को क्राइम ब्रांच और देहूरोड पुलिस ने मात्र 12 घण्टों में सुलझा लिया है।
सहायक पुलिस आयुक्त श्रीधर जाधव ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि, कुणाल बड़े नकदी ट्रांजेक्शन करनेवाले संस्थानों के पैसे बैंकों में जमा कराने वाली लोजिकैश नामक कंपनी में काम करता है। उसे फिजूलखर्ची और पैसे उड़ाने की आदत है। इस चक्कर में काफी उधार ले रखा है। उसे चुकाने और मौज मस्ती के लिए उसने अपनी ही कंपनी की कैश लूटने की साजिश रची। इसके लिए उसने क्राइम पेट्रोल के सीरियलों से आइडिया ली। बुधवार को उसने भोसरी, दिघी, नासिक फाटा, पिंपले सौदागर, पिंपरी, चिंचवड, देहूगाव व देहूरोड से कंपनी की कैश जमा की और इसे लेकर वह ताथवडे जा रहा था। तब काले रंग की पल्सर बाइक से आए एक अज्ञात व्यक्ति ने पिस्तौल दिखाकर उससे 33 लाख 30 हजार 464 रुपये की कैश लूट ली।
इस बारे में देहूरोड पुलिस में मामला दर्ज किया गया, जिसकी समांतर जांच में क्राइम ब्रांच यूनिट 5 की टीम भी शामिल रही। जांच में कुणाल द्वारा दी गई जानकारी में काफी अंतर नजर आया। टेक्निकल जांच में वह पुलिस को गुमराह कर रहा है, यह तय पाया गया। साथ ही जांच के दौरान वह देहूरोड में अपने दोस्त ओंकार से मिला, यह भी सामने आया। जब ओंकार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने वारदात स्वीकार कर ली। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनसे 33 लाख 30 हजार 464 रुपये कैश में से 33 लाख 24 हजार 463 रुपये, वारदात में इस्तेमाल की गई दो बाइक आदि 34 लाख 39 हजार 463 रुपए का माल बरामद किया है। इस कार्रवाई को यूनिट 5 के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक डॉ. विवेक मुगलीकर, देहुरोड थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मनिष कल्याणकर, साईबर सेल के उपनिरीक्षक निलेश बोडखे व कर्मचारी धनराज किरनाले, मयूर वाडकर, फारुक मुल्ला, संदीप ठाकरे, स्वामीनाथ जाधव, ज्ञानेश्वर गाडेकर, दत्तात्रय बनसुडे, भरत माने, राजकुमार इघार, दयानंद भोसले, दयानंद खेडकर, श्यामसुंदर गुट्टे, राजेश कुरणे के समावेश वाली टीम ने अंजाम दिया।