निराशा से आशा की ओर…. हिंदुस्तान बदल रहा है

कटक: नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने चार साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने ओडिशा के कटक एक जनसभा को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि यह वो राजग सरकार है जिसके लोग गरीबी सहते हुए आए हैं। यह वह सरकार है जिसके राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधान सेवक का बचपन एक-एक पैसे के लिए तरसते हुए बीता है। इसलिए यह सरकार गरीबी के दर्द को समझती है और जनता के एक-एक पैसे की अहमियत को समझती है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की राजनीति में ऐसे बहुत से लोग हैं जो मुंह में चांदी के चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, लेकिन हमारे नेताओं के बचपन में चांदी के तो दूर चम्मच ही नहीं हुआ करते थे। पीएम ने कहा, आज देश निराशा से आशा की ओर, काले धन से जन धन की ओर, कुशासन से सुशासन की ओर बढ़ रहा है। हमारी सरकार ने पिछले चार वर्षों में देश के 125 करोड़ लोगों में ये भरोसा पैदा किया है कि हालत, स्थितियां बदल सकती है और हमारा हिंदुस्तान बदल सकता है।

जनता को विश्वास है
नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि हमारे कामकाज को देखकर देश की जनता का इस सरकार में विश्वास लगातार बढ़ रहा है, यही वजह है कि आज देश के 20 राज्यों में भाजपा की सरकार है। उन्होंने कहा कि 4 साल पहले भारत की जनता के इरादे पूरे विश्व में उसी वक्त गूंज उठे थे, जब देश की जनता ने 3 दशक के बाद पूर्ण बहूमत की सरकार बनाई। पूर्ण बहुमत वाली सरकार ने जिस तरह फैसले लिए हैं, उसने दुनिया में देश का मान बढ़ाया है। देश की सरकार साफ नीयत के साथ सही विकास कर रही है।

विपक्ष पर निशाना
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि सत्ता के लिए देश को भ्रमित करने वाले, झूठ बोलने वाले लोग काले धन के खिलाफ कार्रवाई नहीं सकते हैं और ना ही देश को टैक्स के जाल से मुक्ति दिलाने का काम कर सकते हैं। कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जिस लड़ाई के संकल्प लेकर केंद्र सरकार चल रही है, उसने कट्टर दुश्मनों को भी दोस्त बना दिया है।

3000 छापे मारे गए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 4 सालों में जांच एजेंसियों द्वारा देश में करीब 3000 छापे मारे गए। सिर्फ इन छापों से 53,000 करोड़ की अघोषित आय का पता चला है। भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जांच की वजह से आज इस देश में 4 पूर्व मुख्यमंत्री जेलों में हैं। काले धन के खिलाफ जांच की वजह से हडंप मचा है, उससे बहुत से लोग एक मंच पर आकर खड़े हो गए हैं। ये लोग देश को बचाने के लिए नहीं, बल्कि खुद को और अपने परिवारों को बचाने के लिए एक हो रहे हैं।