माल्या पर ब्रिटेन से बोले मोदी; ‘हमारे भगोड़े आपके यहां बहुत देर ठहर जाते हैं’

नई दिल्ली: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भारत सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टरीजा मे को बहुत तल्ख लहजे में जवाब दिया था। भारतीय जेलों पर यूके की कोर्ट के सवाल उठाने पर पीएम मोदी ने मे से कहा था कि ये वही जेलें हैं जहां गांधी-नेहरू जैसे नेताओं को आपने रखा था। इस बात का खुलासा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को किया। आपको बता दें कि माल्या मामले में यूके की कोर्ट ने भारतीय जेलों की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि वह पहले भारतीय जेलों की जांच करेंगे। सुषमा ने बताया कि कॉमनवेल्थ समिट के समय प्रधानमंत्री जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री टरीजा मे से मिले थे तो उन्होंने कहा था कि देखिये, जब हमारे भगोड़े यहां आते हैं तो बहुत देर लगती है उन्हें भारत भेजने में। आपके कोर्ट ने माल्या के केस में यह बात उठाई है कि हम जेलें देखने आएंगे, तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि ये वही जेलें हैं जहां आपने महात्मा गांधी को, पंडित नेहरू को और हिंदुस्तान के बड़े-बड़े नेताओं को रखा था, तो उन जेलों पर आज प्रश्न उठाना आपके कोर्ट के लिए सही नहीं है?

प्रत्यर्पण का अनुरोध दिया
माल्या के प्रत्यर्पण पर विदेश मंत्री ने आगे कहा, जहां तक विजय माल्या के प्रत्यर्पण की बात है तो हमने प्रत्यर्पण का अनुरोध कर दिया है। 12 बैंकों के कंसोर्टियम ने भी केस जीत लिया है और कोर्ट ने कह दिया है कि बैंक रिकवरी कर सकते हैं। भगोड़ा माल्या इस वक़्त ब्रिटेन में रह रहा है। भारत में उसकी संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है। उसके प्रत्यर्पण का मामला ब्रिटेन की अदालत में है। इसी महीने विजय माल्या को यूके की एक अदालत से बड़ा झटका लगा है। वह यूके में भारतीय बैंकों द्वारा फाइल किए गए 1.55 अरब डॉलर यानी करीब 10,000 करोड़ रुपये का मुकदमा हार गया है। दरअसल, भारत के 13 बैंकों के समूह ने माल्या से 1.55 अरब डॉलर से अधिक की वसूली के लिए यहां एक मामला दर्ज कराया था।