दो बच्चों को उनके घर पहुंचा कर पुलिस ने लौटाई उनकी ‘मुस्कान’

पिंपरी। संवाददाता – बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने और खोए हुए बच्चों को सुरक्षित उनके माता-पिता को सौंपने के लिहाज से पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्त संदीप बिश्नोई ने मुस्कान दस्ते का गठन किया है। यह दस्ता गुमशुदा बच्चों को उनके अभिभावकों तक पहुंचा कर उनकी मुस्कान लौटाने का काम कर रहा है। इस मुस्कान दस्ते ने बुधवार (11 नवंबर) को दो कूड़े- कचरा बीनने वाले दो बच्चों को उनके घरों तक पहुंचाया। पुलिस ने उनके माता-पिता से अपने बच्चों को समाज की उचित धारा में लाने को लेकर मार्गदर्शन किया। बच्चों के नाम धनराज उमेश जगताप (6), सागर उमेश जगताप (8, निवासी देवकर बस्ती, भोसरी, पुणे मूल निवासी सेंदावा, मध्य प्रदेश) हैं।
मुस्कान दस्ते में शामिल पुलिस उपनिरीक्षक अनिकेत हिवरकर से मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य, महिला अत्याचार प्रतिबंधक विभाग के विशेष पुलिस महानिरीक्षक ने 1 ते 31 दिसंबर 2019 तक पूरे राज्य में ‘ऑपरेशन मुस्कान’ चलाने के आदेश दिए हैं। इसके तहत गुमशुदा बच्चों, सड़कों पर कूड़ा करकट बीनने वाले, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशनों पर भीख मांगनेवाले बच्चों के अभिभावकों को ढूंढने और उन्हें काउंसलिंग देकर बच्चों को शिक्षा के मुख्य प्रवाह में लाने पर जोर दिया जा रहा है। यह मुस्कान ऑपरेशन पिंपरी चिंचवड में भी शुरू किया गया है। इसके लिए
आयुक्तालय में एक मध्यवर्ती मुस्कान दस्ता गठित किया गया है। इस दस्ते ने बुधवारी को दापोडी, कासारवाडी रेलवे स्टेशन परिसरों में कूड़ा बीनने वाले बच्चों को खोजकर उनके अभिभावकों तक पहुंचाया।  मुस्कान दस्ते ने उक्त दो बच्चों को कूड़ा बीनते हुए खोज निकाला। उनके माता- पिता वही काम करते हैं इसलिए उन्होंने भी उसे ही अपनाया। ये दोनों स्टेशनों और पवना नदी किनारे कूड़ा बीनने का काम करते, ऐसा उनसे की गई पूछताछ में पता चला। दस्ते ने उनके अभिभावकों तक बच्चों को पहुंचाया और उन्हें शिक्षा का महत्व समझाकर अपने बच्चों को शिक्षा के मुख्य प्रवाह में लाने को लेकर मार्गदर्शन किया। उनके अभिभावकों ने पुलिस की बातों पर गंभीरता से अमल करने का भरोसा दिलाया।
इस कार्रवाई को पुलिस आयुक्त संदीप बिष्णोई, सह पोलीस आयुक्त प्रकाश मुत्याल, अपर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले, पुलिस उपायुक्त सुधीर हिरेमठ, सहायक पुलिस आयुक्त आर आर पाटील, श्रीधर जाधव के मार्गदर्शन तले वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विवेक मुगलीकर, उपनिरीक्षक अनिकेत हिवरकर, कर्मचारी मारुती जायभाये, दीपाली टोपे, आशा जाधव की टीम ने अंजाम दिया।