ईश्वर से संवाद साधने का जरिया है प्रार्थना: डॉ. चंदनाजी म. सा.

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन 
जैन चातुर्मासांतर्गत चिंचवडग़ांव के कल्याण प्रतिष्ठान में जैन साध्वी डॉ. चंदनाजी म. सा. नेे श्रद्धालुओं को दिए अपने प्रवचन में प्रार्थना का महत्व समझाते हुए कहा कि, प्रार्थना ईश्वर से संवाद साधने का एक जरिया है। प्रार्थना बिना पोस्टमन के ईश्वर के पास पहुँचने वाला पत्र है।
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ज्ञान, ध्यान, जप, तप के जरिए भी ईश्वर से संवाद साधा जा सकता है। मगर ह्रदय से की जाने वाली प्रार्थना के स्वरों में ज्यादा शक्ति होती है। केेवल पूजा- अर्चना से ईश्वर का साक्षात्कार नहीं होता। उसके लिए हमारे अंतरंग में भक्ति का झरना होना चाहिये। ईश्वर की प्राप्ति के लिए भक्तिभाव और श्रद्धा काफी जरूरी है। प्रार्थना में हमारे अंतरंग से निकलने वाले शब्द शामिल होने चाहिए।