रामपुर. ऑनलाइन टीम : 26 जनवरी को दिल्ली में हुई ट्रैक्टर परेड के दौरान उत्तर प्रदेश के रामपुर के रहने वाले एक किसान की मौत हो गई थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मृत किसान के परिवार से मिलने के लिए रामपुर पहुंची। हालांकि इस दौरान रास्ते में उन्हें अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे पहले तो उनके काफिले की 4 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। प्रियंका गांधी गढ़मुक्तेश्वर के रास्ते गजरौला होते हुए रामपुर जा रही थीं। इसी दौरान एक गाड़ी से धुंआ उठने के बाद ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिया। इससे पीछे आने वाली गाड़ियां आपस में टकरा गईं। हालांकि, हादसे में किसी को चोट नहीं आई है।
इस बीच गाड़ियां रुकीं, तो प्रियंका गांधी की नजर अपनी गाड़ी के शीशे पर पड़ी। धूल की परत देख वे उसे साफ करने लगीं। इसके बाद उनके साथ जा रहे पार्टी के कई पदाधिकारी उनसे डस्टर हाथ में लेकर खुद शीशा साफ करने लगे। वीडियो सामने आने के बाद कई लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं, तो कई लोग इसे ‘दिखावा’ बता रहे हैं। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है।
इससे पहले हाथरस की गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को यूपी की सीमा में घुसने से रोका जा रहा था, तब लाठीचार्ज के दौरान कांग्रेस का एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया। तब प्रियंका गांधी ने उस कार्यकर्ता को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और उसे पानी पीने के लिए दिया। इस दौरान प्रियंका की छवि ऐसे नेता की बनी थी, जो अपने छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं से भावनात्मक स्तर पर जुड़ा है और हर परिस्थिति में उनका खास ख्याल रखता है।