आलंदी में 10 दिन संचारबन्दी लागू करने का प्रस्ताव

पुलिस और प्रशासन ने राज्य सरकार को भेजा पत्र
पिंपरी। महामारी कोरोना की पृष्ठभूमि पर संत ज्ञानेश्वर महाराज संजीवन समाधि महोत्सव के दौरान वारकरी और श्रद्धालुओं की भीड़ टालने के लिहाज से 10 दिन तक संचारबन्दी लागू करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने 6 से 15 दिसंबर तक भोसरी मैगजीन फाटा से आलंदी और आलंदी के सभी गांवों में संचारबन्दी लागू करने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह प्रस्ताव राज्य सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा है। अब सरकार की ओर से इस पर क्या फैसला लिया जाता है, इसकी उत्सुकता बढ़ गई है।
आलंदी में कार्तिकी यात्रा के लिए पंढरपुर से आनेवाली तीन दिंडीयों और हर दिंडी में 20 वारकरियों को राज्य सरकार ने अनुमति दी है। ये दिंडियां 8 दिसंबर को एसटी बस से आलंदी में पहुंचेगी। इसी दिन से संत ज्ञानेश्वर माऊली के संजीवन समाधि समारोह के उपलक्ष्य में यात्रा का आयोजन होगा। 8 से 14 दिसंबर तक आलंदी में वारकरियों का जमावड़ा रहेगा। हर साल इस यात्रा के लिए पंढरपुर से श्री. पांडरुंग, संत नामदेवराय, संत पुंडलिकराय आदि तीन दिंडीयां पैदल आलंदी पहुंचती है। इस साल कोरोना की पृष्ठभूमि पर राज्य सरकार ने तीनों दिंडीयों को एसटी बस उपलब्ध कराई है।
इस दौरान आलंदी में भीड़ टालने के लिहाज से पुणे के जिलाधिकारी डॉ.राजेश देशमुख ने एक प्रशासकिय बैठक की। इसमें पुलिस प्रशासन की ओर से संचारबंदी लागू करने का प्रस्ताव भेजने का फैसला किया गया। इसके अनुसार 6 से 15 दिसंबर तक पंढरपुर की तर्ज पर आलंदी में संचारबंदी लागू करने की सिफारिश सहित एक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। आलंदी शहर में मंदिर परिसर और प्रवेश द्वार पर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त तैनात रहेगा।मंदिर की ओर आनेवाले मार्ग, प्रदक्षिणा मार्ग, प्रवेश के सभी रास्ते  बंद किये जायेंगे। पुणे से आलंदी की ओर मैगजीन फाटा,डुडुलगांव, चिंबली फाटा, चाकण रस्ता, वडग़ांव रोड, मरकल रोड पूरी तरह से बंद रखे जाएंगे। मरकल औद्योगिक परिसर में भारी वाहनों को पुणे- नगर रोड से लोणीकंद फाटा से धानोरे की ओर जाने के लिए च-होली आलंदी बायपास वे का इस्तेमाल किया जाएगा।