पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत झुग्गी बस्तियों के पुनर्वसन की खिलाफत में जुटे दापोडी के झुग्गी वासियों ने शनिवार को पिंपरी चिंचवड मनपा मुख्यालय पर मोर्चा निकाला। मनपा मुख्यालय और पिंपरी चौक स्थित डॉ बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक के पास पहुंचकर उन्होंने पुनर्वसन योजना के विरोध में आंदोलन किया। इस मोर्चा व आंदोलन से पुणे- मुंबई हाइवे पर पिंपरी, खरालवाडी और मोरवाड़ी में यातायात खासे तौर पर प्रभावित हुई।
पिंपरी चिंचवड झुग्गी निमुर्लन व पुर्नवसन परियोजना के तहत दापोडी में जयभीमनगर, लिंबारे बस्ती, सिध्दार्थनगर इन झुग्गी बस्तियों का पुनर्वसन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किया जा रहा है। हालांकि इस पर यहां के स्थानीय लोगों ने पुरजोर विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि वे सालों से यहां रह रहे हैं। 2002 के बाद से दापोडी में सर्वेक्षण नहीं किया गया। 2019 तक के 16 सालों में कई घर और परिवार बढ़े हैं, नए से सर्वे होना जरूरी है।
यहाँ लोगों ने दो- दो मंजिला पक्के मकान बनाये हैं और सालों से बसे हुए हैं। इन बस्तियों को झोपड़पट्टी नहीं कहा जा सकता न ही वहाँ एसआरए लागू होता है। जो कच्चे मकान हैं वो काफी बाद के हैं। पुनर्वसन के घरों का क्षेत्रफल कम है और लोगों के परिवार बड़े हैं जो उनके लिए अपर्याप्त साबित होता है। स्थानीय लोगों को यकीन में लिए बिना पुनर्वसन योजना लादने की कोशिश की जा रही है, यह आरोप भी उन्होंने लगाया।
रहवासी संघर्ष कृति समिति के बैनर तले किये गए इस आंदोलन में पुणे मनपा की नगरसेविका सुनीता वाडेकर, पूर्व नगरसेविका चंद्रकांता सोनकांबले, देवीदास साठे, रविंद्र कांबले, विनय शिंदे, अकील शेख, अजय पाटिल, सुधीर जम, विनोद गनबोटे, सतीश सालवे, सिकन्दर सूर्यवंशी, नन्दू भुजंग, राजू गायकवाड़, संदीप तोरने, राजीव काची, संतोष कांबले, बालासाहेब भागवत, सलीम शेख, सुनीता अडसूले, अजय झुंबरे, आतिश घोंगड़े आदि शामिल हुए।