पुणे : पुणेसमाचार ऑनलाइन – Pune ACB Trap Case | बिल्डर की शिकायत पर केस दर्ज कर कार्रवाई नहीं करने के लिए 60 हजार रुपए की रिश्वत मांग कर 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते पिंपरी चिंचवड आयुक्तालय के सांगवी पुलिस स्टेशन के सहायक फौजदार को पुणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने जाल बिछाकर रंगेहाथों पकड़ा है. रिश्वतखोर पुलिस अधिकारी का नाम सुनील शहाजी जाधव (उम्र-49) है. पुणे एसीबी ने यह कार्रवाई बुधवार 18 अक्टूबर को पिंपले सौदागर पुलिस चौकी में की.(Pune ACB Trap Case)
इस मामले में एक 45 वर्षीय महिला ने पुणे एसीबी कार्य़ालय में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता के घर का निर्माण कार्य पिंपले सौदागर में चल रहा है. इस निर्माण कार्य का कॉन्ट्रैक्ट बिल्डर कराले को दिया था. घर के निर्माण कार्य को लेकर कॉन्ट्रैक्टर कराले व शिकायतकर्ता के बीच करार हुआ था. करार के अनुसार बिल्डर ने समय पर काम पूरा नहीं किया. इस वजह से शिकायतकर्ता ने कॉन्ट्रैक्टर का निर्माण कार्य का सामान कब्जे में ले लिया था. यह सामान कॉन्ट्रैक्टर शिकायतकर्ता से मांग रहे थे. इस पर शिकायतकर्ता ने कराले से कहा कि निर्माण कार्य पूरा होने पर वह निर्माण कार्य का सामान दे देंगी.(Pune ACB Trap Case)
इस वजह से कराले ने शिकायतकर्ता के खिलाफ सांगवी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. इस शिकायत पर शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने व केस दर्ज नहीं करने के लिए सुनील जाधव ने शिकायतकर्ता से शुरुआत में 60 हजार रुपए की मांग की. समझौते के बाद 50 हजार रुपए में डील हुई. इसे लेकर महिला ने पुणे एसबी से शिकायत कर दी. एसीबी की टीम ने मामले की जांच की तो पता चला कि जाधव ने 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगकर समझौते के बाद 50 हजार रुपए दो किस्तों में लेने को तैयार हुआ.
बुधवार को पिंपले सौदागर पुलिस चौकी में एसीबी के अधिकारियों ने जाल बिछाया. शिकायतकर्ता से पहली किश्त का 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते सुनील जाधव को रंगेहाथों पकड़ लिया गया. उसके खिलाफ सांगवी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है.
यह कार्रवाई पुणे परिक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक अमोल तांबे, अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. शीतल जानवे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक प्रणेता सांगोलकर, पुलिस कांस्टेबल प्रवीण तावरे, कोमल शेटे, सौरभ महाशब्दे, चव्हाण की टीम ने की.