Pune Crime | स्वास्थ्य विभाग के पेपर लीक मामले में न्यासा की सहभागिता

पुणे : Pune Crime | स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की भर्ती प्रक्रिया में प्रश्नपत्र लीक (question paper leak) करने के मामले में पुणे पुलिस (Pune Police) की साइबर क्राइम ब्रांच (cyber crime branch) ने दो दलालों को गिरफ्तार (Arrest) किया है। इससे पूर्व स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के निदेशक डॉ. महेश बोटले (Dr. Mahesh Botale) की पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है और परीक्षा आयोजित करने वाली न्यासा भी पेपर लीक में शामिल रहने की बात साबित हुई (Pune Crime) है। इसलिए, न्यास के निदेशकों से अब पूछताछ की जाएगी, यह जानकारी पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता (Police Commissioner Amitabh Gupta) ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में दी।

 

इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त, वित्तीय एवं साइबर अपराध शाखा भाग्यश्री नवतके (Bhagyashree Navatke) उपस्थित थीं। इस मामले में नए से निशीद रामहरी गायकवाड (Nishid Ramhari Gaikwad) (43, निवासी शेवालकर गार्डन, अंबाझरी रोड, नागपूर, मूल निवासी अमरावती) और राहुल घनराज लिघोंट (Rahul Ghanraj Lighot) (35, निवासी देवी पार्क, शेगांव रहाटगांव रोड, अमरावती) को गिरफ्तार किया गया है। स्वास्थ्य विभाग प्रश्नपत्र लीक के मामले में डॉ. बोटले, स्वास्थ्य विभाग के लातूर कार्यालय के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी प्रशांत बडगिरे (Prashant Badgire), अंबजोगाई स्वास्थ्य विभाग की चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप जोगदंड (Dr. Sandeep Jogdand) समेत 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

 

स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा 31 अक्टूबर को दोपहर 2 से 4 बजे तक हुई थी। प्रश्न पत्र में 100 प्रश्नों में से 92 प्रश्न परीक्षा से पहले सोशल मीडिया (social media) पर प्रसारित किए गए थे। इस मामले में आरोपितों के पास से लैपटॉप और मोबाइल बरामद किया गया है। पुलिस को तकनीकी सबूत मिले हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि गायकवाड़ और लिंघोट ने स्वास्थ्य विभाग की ग्रुप सी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कर दिए और दलालों के जरिए पैसे लिए। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश बोटले से पूछताछ की गई।  पुलिस आयुक्त ने कहा कि, यब परीक्षा आयोजित करने वाले न्यास के निदेशकों से पूछताछ की जाएगी। प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के कुछ कर्मचारियों के साथ-साथ दलाल व परीक्षार्थी भी शामिल थे। अन्य लोगों की गिरफ्तारी की भी उम्मीद है।

 

करोड़ों रुपये का माल जब्त

 

म्हाडा (10 दिसंबर) की परीक्षा से पहले ही यह मामला सामने आया और जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। समय पर कार्रवाई के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई थी। बैंगलोर से जीए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज जिनके जरिये परीक्षा ली गई थी, कि निदेशक डॉ. प्रीतिश देशमुख, दलाल संतोष हरकल और अंकुश हरकल को गिरफ्तार किया गया। म्हाडा प्रश्नपत्र लीक मामले (MHADA question paper leak case) की जांच के दौरान शिक्षक पात्रता परीक्षा में कदाचार की सूचना मिलने पर राज्य परीक्षा परिषद आयुक्त तुकाराम सुपे (Tukaram Supe), तकनीकी सलाहकार अभिषेक सावरिकर (Abhishek Savrikar), परीक्षा परिषद के तत्कालीन आयुक्त सुखदेव डेरे (Sukhdev Dere) और अश्विन कुमार (Ashwin Kumar) को गिरफ्तार किया गया। सुपे के पास से अब तक 3 करोड़ 23 लाख 36 हजार 840 रुपये, डेढ़ सौ तोला वजन के आभूषण (67 लाख 78 हजार 800 रुपये मूल्य के आभूषण) व अन्य सामग्री जब्त की गई है.  हाल ही में अश्विन कुमार के घर से 1 करोड़ 2 लाख रुपये का सोना, हीरे और चांदी जब्त किया गया है.

 

प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। इस मामले में कुछ और लोगों से पूछताछ की जाएगी और आरोपी की तलाश की जा रही है। मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। प्रश्नपत्र लीक के मामले में दलालों की चेन है और इस अपराध का दायरा बहुत बड़ा है। स्वास्थ्य विभाग (Helth Department) के प्रश्न पत्र लीक मामले, म्हाडा भर्ती और शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET Exam) कदाचार के मामलों में अब तक पुणे पुलिस ने कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कुछ और गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। इस संबंध में पांच अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।

 

अमिताभ गुप्ता, पुलिस आयुक्त, पुणे

 

 

 

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