Pune PMC Warje Multispeciality Hospital | वारजे मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल : समय समाप्त होने के बाद भी ठेकेदार कंपनी ने लेटर ऑफ इंटेंट नहीं दिया, महापालिका प्रशासक के निर्णय पर टिका नजरें

पुणे : पुणेसमाचार ऑनलाइन – Pune PMC Warje Multispeciality Hospital | वारजे के डीबीएफओटी सिद्धांत पर बनने वाले 3५० बेड के हॉस्पिटल के लिए ठेकेदार कंपनी के लिए महापालिका के नाम पर 3६० करोड़ रुपए का कर्ज लेने का प्रस्ताव प्रशासक काल में स्थायी समिति से मंजूर हुआ है. यह मंजूरी देते वक्त संबंधित ठेकेदार को ४५ दिन में लेटर ऑफ इंटेंट देने की शर्त लगाई गई थी. परंतु यह समय सीमा समाप्त हुए सप्ताह बीत गए उसके बावजूद ठेकेदार ने महापालिका से संपर्क तक नहीं किया है. महापालिका ने अभी तक किसी तरह की समय अवधि नहीं बढ़ाई है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि प्रशासन ठेकेदार पर किस दबाव में ‘मेहरबान’ है.(Pune PMC Warje Multispeciality Hospital)

वारजे के महापालिका की जमीन पर निर्माण, इस्तेमाल व हस्तांतरित (DBFOT) करने के सिद्धांत पर 3५० बेड का मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल बनाया जाएगा. इस 3६० करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसके लिए ठेकेदार द्वारा निकाले जाने वाले कर्ज महापालिका के नाम पर निकालने का तुगलकी निर्णय पहली बार महापालिका ने लिया है. सत्ताधारी भाजपा के नगरसेवकों ने दिए गए महापालिका के नाम पर कर्ज लेने की उपसूचना को देते वक्त राज्य सरकार इसकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेगी, ऐसा कहकर इससे पूर्व ही हाथ ऊपर कर लिया है.(Pune PMC Warje Multispeciality Hospital)

इसके बावजूद प्रशासक ने फरवरी में इसके लिए आए टेंडर को मंजूर किया. इतना ही नहीं बल्कि इस पूरे प्रोजेक्ट के लिए नियुक्त सलाहकार के लिए ५५ लाख रुपए देने का प्रस्ताव भी स्थायी समिति ने मंजूर किया है. ठेकेदार के लिए महापालिका द्वारा कर्ज निकालने का विरोधी दलों के साथ कुछ स्वंयसेवी संस्थाओं ने तीव्र विरोध जताया है. इसके बावजूद महापालिका ने कर्ज निकालकर महापालिका का ग्रेड कम करने का प्रयास होने पर कोर्ट जाने की चेतावनी दी है. हॉस्पिटल बनाने का टेंडर मंजूर करते हुए ४५ दिनों में पात्र पाए गए ठेकेदार कंपनी ने लेटर ऑफ इंटेंट देने की शर्त लगाई गई थी.

 

यह कंपनी किस अंतरराष्ट्रीय बैंक से कर्ज लेगी, ब्याज दर क्या होगा, इस कर्ज के लिए किस कंपनी से बीमा करवाया जाएगा इसे लेकर विस्तृत रिपोर्ट पत्र में अपेक्षित है. परंतू ठेकेदार कंपनी ने शर्त के मुताबिक २५ मई तक महापालिका को लेटर ऑफ इंटेंट नहीं दिया. साथ ही महापालिका से भी संपर्क नहीं किया. महापालिका के अधिकारियों ने भी अभी तक कंपनी से संपर्क नहीं किया हे. एक दिन की भी अवधि बीतने पर ‘गतिमान’ और ‘स्वच्छ’ कामकाज दिखाने वाली पालिका प्रशासन ने सप्ताह बीतने के बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया है. इस वजह से प्रशासक और महापालिका प्रशासन किसी दबाव में ‘वारजे हॉस्पिटल’का प्रोजेक्ट पुणेकरों पर लादने का संदेह अधिक गहरा हो गया है.

वारजे हॉस्पिटल के लिए जिस कंपनी का टेंडर मान्य हुआ है, उनका लेटर ऑफ इंटेंट देने की अवधि समाप्त हो गई है. आगे का निर्णय महापालिका आयुक्त तथा प्रशासक लेंगे. – रवींद्र बिनवडे, अतिरिक्त महापालिका आयुक्त

 

Web Title :  Pune PMC Warje Multispeciality Hospital | Even after the deadline,
the contractor company did not give letter of intent, attention to the decision of the Pune municipal administrators