पुणे पुलिस : पांचों का कश्मीर हिंसा से संबंध

पुणे । समाचार ऑनलाइन

पुणे में एल्गार परिषद पुणे का आयोजन कराने के लिए माओवादियों की ओर से आर्थिक मदद की गई थी। परिषद में भड़काऊ भाषण कर नागरिकों में भड़काने की कोशिश की। यह जानकारी क्राइम ब्रांच के डीसीपी शिरीष सरदेशपांडे ने पत्रकार परिषद में दी। देश मे पाबंदी लगाए गए माओवादी संगठन से संबंध होने के शक पर पुणे पुलिस ने मंगलवार को देशभर में 9 जगहों पर छापा मारकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। साथ ही इन पांचों लोगों का कश्मीर में हुए हिंसा से संबंध होने के सबूत पुलिस के पास है।
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दरम्यान सुप्रीम कोर्ट ने सुधा भारद्वाज, गौतम नवलखा, अरुण फरेरा, वरनॉन गोन्साल्वीस और वरवरा राव को 5 सितंबर तक नजर कैद में रखने के आदेश दिए हैं। पुणे पुलिस ने 9 जगहों पर छापा मारकर पैन ड्राइव, डाक्यूमेंट्स जब्त किए हैं। अब तक विभिन्न सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं। जांच में ईमेल और लेटर में काफी ठोस सबूत हाथ लगे हैं। एल्गार परिषद  में सरकार के खिलाफ जनता को भड़काने वाले भाषण का नियोजन था। ऐसे सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं। वरावर राव नेपाल से हथियार खरीदने के जानकारी मिली है। एल्गार परिषद के आयोजन मामले में अपराध दर्ज किया गया था। इस मामले में माओवादी सबूत मिले थे।

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