यलगार परिषद मामले में पुणे पुलिस की रांची में छापेमारी

पुणे : समाचार ऑनलाइन – भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए जिस यलगार परिषद को जिम्मेदार ठहराया गया है, उस मामले में पुणे पुलिस ने दूसरी बार रांची में फादर स्टेन स्वामी के घर छापेमारी की. बुधवार सुबह करीब चार घंटे तक चली तलाशी के बाद पुलिस फादर के घर से कम्प्यूटर हार्ड डिस्क, सिम कार्ड और कुछ कागजात अपने साथ ले गयी.हालांकि पुणे पुलिस ने छापेमारी को लेकर कुछ भी नहीं कहा. बताया जा रहा है कि पुलिस ने बंद कमरे में फादर से पूछताछ भी की.

छापेमारी के बाद फादर स्टेन स्वामी ने कहा कि वह कानूनी जांच के लिए तैयार हैं. पुणे पुलिस ने दूसरी बार उनके घर में छापेमारी की. इस बार कम्प्यूटर हार्ड डिस्क और इलेक्ट्रॉनिक डिटेल्स साथ ले गई है. मराठी में लिखे कुछ कागजात पर साइन करवाया. जिसका अंंग्रेजी अनुवाद हमने मांगा है. पुलिस ने दो- तीन दिन में उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है. इससे पहले पिछले साल अगस्त में भी पुणे पुलिस ने रांची पहुंच कर फादर स्टेन स्वामी के घर छापेमारी की थी. उनके घर से लैपटॉप, कम्प्यूटर सहित कई कागजात जब्त कर फादर से पूछताछ भी की गई थी. इसके बाद पुणे पुलिस वापस लौट गई थी.

हर साल जब 1 जनवरी को दलित समुदाय के लोग भीमा कोरेगांव में जमा होते है. वे यहां ‘विजय स्तम्भ’ के सामने अपना सम्मान प्रकट करते हैं. ये विजय स्तम्भ ईस्ट इंडिया कंपनी ने उस युद्ध में शामिल होने वाले लोगों की याद में बनाया था. इस स्तम्भ पर 1818 के युद्ध में शामिल होने वाले महार योद्दाओं के नाम अंकित हैं. वे योद्धा, जिन्हें पेशवा के खिलाफ जीत मिली थी. 2018 इस युद्ध का 200वां साल था. ऐसे में भारी संख्या में दलित समुदाय के लोग जमा हुए थे. जश्न के दौरान दलित और मराठा समुदाय के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस दौरान इस घटना में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए थे. इस हिंसा के लिए शनिवार वाड़ा पर हुई एल्गार परिषद को जिम्मेदार ठहराया गया है. पुलिस का कहना है कि इस सभा कई बुद्धिजीवियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाषण भी दिए थे जिसके बाद अचानक हिंसा भड़क उठी थी.