पुणे रेलवे प्रशासन गहरी नींद में, सच्चाई से वाकिफ नहीं होने का कर रही नाटक

पुणे । समाचार ऑनलाइन

जनवरी के बाद से होर्डिंग नहीं लगने का किया दावा

जनवरी के बाद शाहीर अमीर चौक में किसी भी तरह के फ्लेक्स नहीं लगाए गए थे, पुणे रेलवे प्रशासन ने यह दावा किया है कि जिस कंपनी के साथ होर्डिंग से संबंधित करार था, वह समाप्त किया जा चुका था। जिसके चलते जनवरी के बाद से अब तक किसी भी तरह का होर्डिंग नहीं लगाया गया था। पुणे रेलवे प्रशासन द्वारा दिए गए इस स्टेटमेंट से साफ जाहिर होता है कि वरिष्ठ अधिकारी या तो नींद में हैं, या गहरी नींद में सोने का ढोंग कर रहे हैं।
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पिछले तीन महीनों में शाहीर अमीर चौक पर लगातार हर दिन होर्डिंग लगाए गए हैं और इन अवैध होर्डिंग के नाम पर काफी पैसा कमाया भी गया है। पर इस होर्डिंग का पैसा किसी की जेब में गया है इसका जवाब रेलवे के पास नहीं है। या तो रेलवे प्रशासन इस सवाल का जवाब देने से कतरा रही है या तो इस होर्डिंग द्वारा कमाए गए पैसों की सच्चाई कुछ अलग की बयां कर रही है।
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पुणे रेलवे विभाग के डीआरएम ऑफिस में आयोजित किए प्रेस वार्ता में मीडिया के सवालों को जवाब देने से वरिष्ठ अधिकारी कतराते हुए नजर आ रहे थे। उनका साफ कहना है कि शाहीर अमीर चौक पर स्थित होर्डिंग अवैध नहीं था। रेलवे प्रशासन इतनी गहरी नींद में है कि जनवरी के बाद से धडल्ले से वहां होर्डिंग लगाए जा रहे थे, जिसकी रेलवे प्रशासन को कानों कान खबर तक नहीं है। इस तरह के स्टेटमेंट से साफ जाहिर होता है कि आर्थिक फायदे के चलते होर्डिंग का करार समाप्त होने के बाद भी फ्लेक्स लगाए जा रहे थे। इस मुद्दे पर पुणे रेलवे प्रशासन द्वारा यह जवाब आया है कि हम जांच कर रहे हैं, जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। समिती गठित की गई है।