Punit Balan Group – Documentry On NDA | अमृत महोत्सवी वर्ष के उपलक्ष्य में ‘पुनीत बालन ग्रुप’ द्वारा ‘एनडीए’ पर शॉर्ट फिल्म; अभिनेता अमिताभ बच्चन की बुलंद आवाज में बयां होगा ‘एनडीए’ का इतिहास (Video)

‘सेवा परमो धर्मः’ की ऐतिहासिक कहानी

पुणे : पुणेसमाचार ऑनलाइन –  Punit Balan Group – Documentry On NDA | देश की रक्षा हेतु अतुलनीय क्षमता होनेवाले अधिकारी तैयार करनेवाली पुणे स्थित ‘राष्ट्रीय रक्षा प्रबोधिनी’ National Defence Academy (NDA) का इतिहास वरिष्ठ अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की बुलंद आवाज में सुनने को मिलेगा।

पुणे के जानेमाने ‘पुनीत बालन ग्रुप’द्वारा ‘एनडीए’ के इतिहास की जानकारी देनेवाली शॉर्ट फिल्म को बनाया गया है। इस फिल्म में मशहूर फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज सुनने को मिेलेगी। ‘एनडीए’ के 75 वर्ष में पदार्पण करने के चलते ‘पुनीत बालन ग्रुप’द्वारा उक्त फिल्म बनाई गई है।

देश की रक्षा के लिए तीनों सेना दलों में सक्षम एवं प्रशिक्षित अधिकारियों की आवश्यकता को देखते हुए वर्ष 1949 को ‘राष्ट्रीय रक्षा प्रबोधिनी’की (एनडीए) स्थापना की गई। जहां उच्च शिक्षा तथा सेना प्रशिक्षण एकत्रित रूप से दिया जाता है। यहां 18 ते 19 की आयु में छात्रों को प्रवेश दिया जाता हैं। कड़ा अनुशासन तथा बाहरी दुनिया से दूर रख यहां छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाता हैं। उसी पर आधारित यह शॉर्ट फिल्म ‘पुनीत बालन ग्रुप’द्वारा तैयार की गई है।

6 अक्टूबर 1949 को भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने खड़कवासला परिसर में ‘एनडीए’की नींव रखी। उस समय यह परिसर घने जंगल में था। सेना प्रशिक्षण के लिए यह परिसर बेहद अच्छा था। इसलिए यहीं पर अकादमी की स्थापना करने का निर्णय लिया गया था। देखते देखते खड़कवासला का जंगल शहर में तब्दील हुआ। ऐसी परिस्थिति में भी ‘एनडीए’में छात्रों को किस तरह से प्रशिक्षण दिया जाता है, उन्हें सेना दल के अधिकारी कैसे बनाया जाता है, इसकी जानकारी उक्त शॉर्ट फिल्म में दी गई है।

कैसे दिया गया ‘सुदान’ ब्लॉक नाम?

‘एनडीए’ के परिसर में आनेवाले कईयों का एक सवाल होता है की, ‘एनडीए’ में भारतीय सेना दल की इमारत को दुसऱे देश का यानि कि ‘सुदान’ यह नाम क्यों रखा गया होगा? इसकी जानकारी भी ‘पुनीत बालन ग्रुप’द्वारा बनाए गए इस शॉर्ट फिल्म में दी गई है।

देश की रक्षा क्षेत्र में असामान्य योगदान देनेवाली संस्थाओं में से एक राष्ट्रीय रक्षा प्रबोधिनी अर्थात एनडीए है। इसी ‘एनडीए’ का इतिहास शॉर्ट फिल्म के माध्यम से देशवासियों के समक्ष लाने का अवसर मुझे प्राप्त हुआ यह मेरा भाग्य है। इस शॉर्ट फिल्म में ‘एनडीए’ की कई बातों पर प्रकाश डाला हुआ है। इसलिए यह फिल्म सभी को अच्छी लगेगी ऐसा मुझे विश्वास है।’’

पुनीत बालन (Punit Balan)
(अध्यक्ष – ‘पुनीत बालन ग्रुप’)