कांग्रेस सबसे बुरे दौर में, महज 3 राज्यों तक सिमटी

नई दिल्ली:

कर्नाटक में जीत के साथ जहाँ भाजपा का रुतबा बढ़ा है, वहीं कांग्रेस 70 सालों के सबसे बुरे दौर में पहुंच गई है। अब कांग्रेस सिर्फ तीन राज्यों तक सिमटकर रह गई है।

देश भर में कांग्रेस की नुमाइंदगी घटकर 2.5 फीसदी आबादी पर रह गई है। कांग्रेस के पास सिर्फ पंजाब, पुड्डुचेरी और मिजोरम ही बचे हैं। इनकी कुल आबादी देश में सिर्फ 2.5 फीसदी है, इस तरह से आबादी के लिहाज से देखें तो इस समय कांग्रेस से ज्यादा बड़ी पार्टी देश में तृणमूल और नवीन पटनायक की बीजेडी हैं। कर्नाटक को शामिल करें तो भाजपा के पास इस समय 22 राज्य हैं। गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी सरकारें 7 राज्यों में चल रही हैं। वहीं कांग्रेस सिर्फ 3 राज्यों में है।

एनडीए के शासन वाले राज्य
जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, बिहार,झारखंड, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम, नगालैंड, त्रिपुरा,मेघालय, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा और अब कर्नाटक।

प्रियंका को लाने की मांग
कर्नाटक में हार के बाद कांग्रेस दफ्तर में सन्नाटा पसरा हुआ है। कांग्रेस के दफ्तर में कोई नेता या प्रवक्ता मौजूद नहीं है, दफ्तर में केवल मीडिया कर्मी नजर आ रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस पस्त होने के बाद कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर प्रियंका गांधी को आगे लाने की मांग हो रही है। कांग्रेस नेता जगदीश शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी को प्रियंका के साथ मिलकर काम करना चाहिए। जगदीश शर्मा ने कहा, ‘लगता है जब प्रियंका गांधी, राहुल के साथ मिलकर काम करेंगी तभी कांग्रेस को जीत मिलेगी।’ शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी मेहनत कर रहे हैं और उन्हें प्रधानमंत्री भी बनना चाहिए लेकिन जब भाई-बहन मिलकर काम करेंगे तभी कांग्रेस को जीत मिलेगी।