ओलंपिक विजेता सुशील कुमार की तलाश में छापेमारी,  23 साल के पहलवान की हत्या का है आरोप

ऑनलाइन टीम. नई दिल्ली : भारत के लिए दो – दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार की तलाश में पुलिस जगह- जगह छापेमारी कर रही है।

दरअसल 23 साल के पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन को मंगलवार देर रात दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद पीट-पीटकर मार डाला गया था। प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि चार घंटे तक चले इस विवाद में दो लोग भी घायल हो गए थे। मृतक की पहचान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल के बेटे सागर कुमार के रूप में हुई और घायलों की पहचान सोनू महल (35) और अमित कुमार (27) के रूप में हुई है। इस मामले में एक प्रिंस दलाल (24) को गिरफ्तार किया है और मौके से एक डबल बैरल बंदूक जब्त की गई है।

इस पूरे मामले पर एडिशनल डीसीपी डॉ गुरिकबाल सिंह ने जानकारी दी है कि हम उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रहे हैं। सुशील कुमार पर हत्या का आरोप लगा है। हम उनके साथियों की भी तलाश कर रहे है जिनमें से कुछ लोगों को पकड़ लिया गया है। इस मामले को पीसीआर कॉल के आधार पर दर्ज किया गया। शुरुआती जांच में सुशील कुमार और उनके साथियों को दोषी पाया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि सागर और उसके दोस्त सुशील कुमार से जुड़े एक घर में रह रहे थे और हाल ही में उन्हें इसे खाली करने के लिए कहा गया था।  पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि सोनू महल गैंगस्टर काला जत्थेदी का करीबी सहयोगी है और उसे पहले एक लूट और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। फायरिंग की घटना के बारे में छत्रसाल स्टेडियम से लगभग 2 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल किया गया, कॉल करने वाले ने दावा किया कि पिस्तौल के साथ दो लोगों ने दूसरों पर गोलीबारी की।
सुशील कुमार ने पहले दावा किया था कि उनके पहलवान इस विवाद में शामिल नहीं थे।

हमने पुलिस अधिकारियों को सूचित किया कि कुछ अज्ञात लोग हमारे परिसर में कूद गए और लड़ने लगे। इस घटना से हमारे स्टेडियम का कोई संबंध नहीं है।”

नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के एडिशनल DCP डॉक्टर गुरिकबाल सिंह सिंधु ने बताया कि, ” हम सुशील कुमार पर लगे आरोपों की तहकीकात कर रहे हैं। हमने अपनी एक टीम भी उनके घर भेजी थी पर वो वहां नहीं मिले। हमें उनकी तलाश है।