लड़कियों की गुमशुदगी को लेकर राम कदम की हो जांच

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन

लड़कियों के अपहरण को लेकर खुले आम बयान देकर मुसीबतों में घिरे भाजपा विधायक राम कदम की चहुँओर से कड़ी निंदा की जा रही है। उनका बयान भारतीय दंड संहिता की धारा 363 के अनुसार अपहरण जैसी वारदात में मदद करने की भांति हैं। यह बताकर मानवी हक संरक्षण और जागृति संस्था ने घाटकोपर विधानसभा क्षेत्र से लड़कियों की गुमशुदगी के दर्ज मामलों में विधायक कदम की जांच करने की मांग की है।

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संस्था के उपाध्यक्ष डॉ. अभिषेक हरीदास, अध्यक्ष विकास कुचेकर, निदेशक आण्णा जोंगदंड, महाराष्ट्र अध्यक्ष सतिश लालबिगे, मुरलीधर दलवी ने एक विज्ञप्ति के जरिए कहा है कि, महाराष्ट्र पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में लड़कियों की गुमशुदगी के तीन हजार मामले दर्ज हैं। विधायक राम कदम का बयान धारा 363 के अनुसार अपहरण जैसी वारदात में मदद करने महिलाओं की छेड़छाड़ समान है। उन्होंने खुद खुले आम यह बयान देकर कबूली दी है।

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पुलिस में दर्ज विधायक कदम के घाटकोपर विधानसभा क्षेत्र से लापता हुई लड़कियों की गुमशुदगी के बारे में उनकी जांच की जानी चाहिए। यह मांग करते हुए कदम के बयान की कड़ी निंदा की गई है। विधि यानी कानून मंडल के सदस्य रहे कदम का बयान रक्षक बने भक्षक की बात को साबित करनेवाला है। एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान पर करोड़ों खर्च कर रही है दूसरी ओर उसी के विधायक इस तरह के बयान देकर न केवल महिलाओं बल्कि देश की 125 करोड़ जनता का अपमान कर रहे हैं।