भाजपा के ‘भक्त’ का पिंपरी चिंचवड मनपा में पुनर्वसन

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – विकास व कल्याणकारी परियोजनाओं के सोशल मीडिया कैंपेन के लिए सोशल मीडिया एक्सपर्ट नियुक्त करने का गत डेढ़ साल से लंबित प्रस्ताव अंततः पारित किया गया। पिंपरी चिंचवड मनपा की स्थायी समिति ने इसे मंजूरी दी। बहरहाल इस नियुक्ति पर कड़ी आपत्ति जताते हुए शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे ने आरोप लगाया है कि, सत्तादल भाजपा ने बहुमत का दुरुपयोग कर अपने एक ‘भक्त’ का मनपा में पुनर्वसन किया है।
सोशल मीडिया एक्सपर्ट के तौर पर जिसकी नियुक्ति की गई है वह भाजपा का सक्रिय सदस्य है और उसकी भाजपा के लिए कैंपेन में लगातार संलिप्तता रही है। यह खुलासा भी कलाटे ने संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में किया। हालांकि स्थायी समिति सभापति विलास मडिगेरी ने दावा किया है कि सोशल मीडिया एक्सपर्ट नियुक्त किए गए अमोल देशपांडे भाजपा के सक्रिय सदस्य नहीं हैं। अगर ऐसा पाया जाता है तो उनकी नियुक्ति का प्रस्ताव खारिज कर दिया जाएगा।
पिंपरी चिंचवड मनपा की विभिन्न कल्याणकारी एवं विकास परियोजनाओं के लिए शहर परिवर्तन कार्यालय (सिटी ट्रान्फॉर्मेशन ऑफिस तथा सीटीओ) स्थापन किया गया है। इसके माध्यम से मनपा की योजनाओं का सोशल मीडिया कॅम्पेन चलाया जाना है। इसका उद्देश्य शहर विकास में नागरिकों को शामिल करना, विशेषज्ञों की राय जानना, सर्वेक्षण करना आदि है। इस कामकाज को प्रभावी बनाने के लिए ‘सोशल मीडिया एक्स्पर्ट’ के तौर पर अमोल देशपांडे की नियुक्ति करने का फैसला किया गया है।
देशपांडे के भाजपा से जुड़े रहने और सोशल मीडिया पर भाजपा के कैंपेन में संलिप्त रहने से उनकी नियुक्ति का पुरजोर विरोध किया जा रहा है। यही वजह है कि डेढ़ साल से यह प्रस्ताव अनिर्णीत रहा। अब मनपा के आईटी विभाग ने चालाकी के साथ ‘सोशल मीडिया एक्स्पर्ट’ नियुक्ति के अधिकार मनपा आयुक्त को देने की आड़ में उसी प्रस्ताव स्थायी समिति की सभा के समक्ष मान्यता के लिए पेश किया। यह चालाकी ध्यान में आते ही राष्ट्रवादी काँग्रेस, शिवसेना के सदस्यों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया। मगर भाजपा ने बहुमत के जोर पर इसे पारित कर लिया। यह नियुक्ति छह माह के लिए करने और हर माह मेहनताने के तौर पर 70 हजार रुपए अदा करने का फैसला किया गया है।
शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे ने आरोप लगाते हुए कहा कि, इस प्रस्ताव को पारित करने को लेकर सभापति और सदस्यों पर भाजपा के बड़े नेता का दबाव था। अमोल देशपांडे भाजपा के सक्रिय सदस्य हैं। भाजपा नेताओं के लिए वह सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाते हैं, यह बात कलाटे ने फ़ोटो के साथ बताई। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि नेताओं के लिए चलाए गए कैंपेन के बदले ही उनका मनपा में पुनर्वसन किया जा रहा है। खुद मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर भी देशपांडे की नियुक्ति को लेकर अनुकूल नहीं थे, यह खुलासा करते हुए कलाटे ने कहा कि वे इस फैसले के बारे में राज्य सरकार से शिकायत करेंगे। बहरहाल स्थायी समिति सभापति विलास मडिगेरी ने उनके सारे आरोपों को सिरे से नकारा है।