राजनैतिक दबाव के सामने बिना झुके अपना कर्तव्य निभाने वाली महिला पुलिस को चुनाव आयोग का सम्मान 

सातारा : समाचार ऑनलाईन – अधिकांश सरकारी कर्मचारी राजनैतिक दवाब में झुक जाते है लेकिन महाराष्ट्र पुलिस सेवा की ‘लेडी सिंघम’ ने इस तरह के दवाब के सामने  झुकने से मना कर दिया था । इसका संज्ञान चुनाव आयोग ने लिया है ।  सातारा पुलिस की महिला पुलिस हेड कांस्टेबल दया डोईफोडे को चुनाव आयोग ने सम्मानित करेगी  । चुनाव शांतिपूर्ण और निर्भयता से संपन्न कराने वाले गुट को सम्मानित किया जाएगा।

ईमानदारी से कर्तव्य निभाया था 
कराड़ नगरपालिका चुनाव के वक़्त मतदान केंद्र परिसर में गाड़ी प्रवेश कराने को लेकर सहकर परिषद् के अध्यक्ष शेखर चरेगांवकर व डोईफोड़े के बीच विवाद  हुआ था ।   उस वक़्त उउन्होंने वहां मौजूद लोगों ने  चरेगांवकर को मंत्री दर्जा का नेता होने की वजह से उनकी गाड़ी परिसर में लगाने की विनती की थी ।  लेकिन डोईफोडे बगैर दवाब में आये उन्होंने अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाया। इसलिए राज्य चुनाव आयोग ने उन्हें सम्मानित किया है।
उप राष्ट्रपति एम.  वेंकैया नायडू के हाथों  मिलेगा पुरस्कार  
राज्य चुनाव आयोग की तरफ से दिया जाने वाला पहला लोकतंत्र पुरस्कार की आज घोषणा की गई ।   यह घोषणा राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त जे. एस. सहारिया ने मुंबई में की ।  यह पुरस्कार उप राष्ट्रपति एम.  वेंकैया नायडू के हाथों व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में शनिवार 27 जुलाई को दिया जाएगा।
27 जुलाई को दिया जाएगा पुरस्कार 
इस मौके पर सहारिया ने कहा कि, मुंबई के होटल आईटीसी मराठा में 27 जुलाई की सुबह 10 बजे आयोजित पुरस्कार प्रदान समारोह में यह पुरस्कार दिया जाएगा। 2016 और 2017 के दौरान संपन्न हुए नागरी व ग्रामीण स्थानीय स्वराज संस्था के चुनाव के समय नए कार्यकर्म चलाने को लेकर विभिन्न संस्था और व्यक्ति को यह पुरस्कार दिया जाएगा। इस मौके पर अलग अलग गुट के कुल 14 पुरस्कार पुरस्कार दिए जायंगे।