बैलगाड़ी दौड़ पर प्रतिबंध के खिलाफ खुद लगाई दौड़

बैलगाड़ी दौड़ पर लगे प्रतिबंध के चलते लिया निर्णय

पुणे समाचार

बैलगाड़ी दौड़ से प्रतिबंध हटाने को लेकर किसानो ने फिर से एक अलग कदम उठाया हैं। बैलगाड़ी दौड़ पर प्रतिबन्ध होने के कारण लोगो ने बैलगाड़ी दौड़ के लिए बनाए गए मार्ग पर लोगो की दौड़ का आयोजन किया है । आंबेगाव के साकोरे गाँव में इंसानो की दौड़ का आयोजन किया गया। इस रेस में बड़े पैमाने पर लोगो ने जैम कर हिस्सा लिया।

दरअसल तमिलनाडु में जल्लीकट्टू को हरी झंडी मिलने के बाद महाराष्ट्र में बैलगाड़ी दौड़ पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग पिछले काफी वक़्त से हो रही है।  सोमवार को बैलगाड़ी दौड़ का समर्थन करने वाले बड़ी संख्या में रास्तों पर उतरे और साथ ही में साकोरे गांव में बैलगाड़ी दौड़ के लिए बैलगाडी चालकों ने खुद दौड़ में हिस्सा लिया। बैलगाड़ी दौड़ का निर्णय न्यायलय में प्रविष्ट है। इंसानो में लगी इस दौड़ को देखने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ी थी। किसानों के बीच इस दौड़ को लेकर शहर में काफी चर्चा शुरू हैं।

क्यों लगी है रोक
गौरतलब है कि पश्चिम महाराष्ट्र में भी बैलगाड़ी दौड़ का चलन रहा है, एनिमल वेलफेयर ऑफ इंडिया और पीपुल फॉर द इथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बैलगाड़ी दौड़ पर रोक लगाई थी।