सावरकर को कलंक कहने वाले भाजपा के गोद में बैठे है, संजय राऊत का विरोधियों पर निशाना

नागपुर, 18 दिसंबर – सावरकर के मुद्दे पर राजनीतिक तापमान काफी गर्म हो गया है. शीतकालीन सत्र में भी इसका असर देखने को मिला। लेकिन जिन लोगों ने सावरकर का उल्लेख कलंक के रूप में किया आज वही लोग भाजपा की गोद में बैठे है. यह आरोप शिवसेना नेता संजय राऊत ने लगाया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए राऊत ने भाजपा के कई मामलों को लेकर बयान दिया।

कामकाज की परंपरा कायम रखने की मांग की 
फ़िलहाल चल रहे शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हो रहा है. विरोधी किसानों को मदद मिले इसलिए इसलिए हंगामा कर रहे है. लेकिन विरोधियों से  विधानसभा के कामकाज की परंपरा का पालन करने की मांग संजय राऊत ने की. साथ ही उन्होंने सलाह दी कि सरकार पर लगाम लगाने के लिए दूसरा रास्ता चुने।

उन्हीने कहा कि यह सरकार जनहित का निर्णय लेने के लिए सत्ता में आई है.  ऐसे में नागपुर में महापौर पर हुई फायरिंग की जांच की जाएगी। फिलहाल नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में अशांति है. इस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विधार्थियों को बन्दुक से रोकना लोकतंत्र का पूरक नहीं है.

किसानों के मुद्दे ने भाजपा ने आंदोलन किया 
उद्धव ठाकरे से  किसानो को प्रति हेक्टर 25 हज़ार रुपए देने  की मांग को लेकर भाजपा ने विधानसभा में बैठकर आंदोलन किया। इस दौरान भाजपा नेताओं के हाथ में सामना में छपे लेख का बैनर नज़र आया. तीसरे दिन भी विधानसभा में कोई कामकाज होगा की नहीं इस पर सबकी नज़रें टिकी हुई है.