फास्टटैग की मदद से ठाणे से बरामद हुई पुणे से चुराई स्कार्पियो

पुणे। संवाददाता:जहां टोल नाकों पर वाहनों के लिए फास्टैग महत्वपूर्ण व अनिवार्य हो गया है वहीं इसकी मदद से अब चोरी की गईं गाड़ियों को ढूंढने में भी सफलता मिल रही है. ताजा मामला पुणे का है, जहां पर एक स्कॉर्पियो गाड़ी चोरी हो गई थी, लेकिन फास्टैग की मदद से पुलिस ने उसे पांच घंटे के अंदर ही ढूंढ लिया. ठाणे से इस स्कार्पियो को बरामद कर लिया गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इस घटना को लेकर ट्वीट करते हुए कहा है कि पुणे फास्टैग की मदद से पुलिस ने कुछ ही घंंटों के अंदर एक चोरी की गाड़ी को बरामद कर लिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुणे के रहवासी बिल्डर राजेंद्र जगताप ने बीते अगस्त महीने में नई स्कॉर्पियो खरीदी थी. एक दिन जगताप के पास सुबह 04.38 और 06.00 बजे फास्टैग से 35 रुपये के दो टोल कटने के मैसेज आए. जब वो अपनी कार देखने गए तो वो गायब थी. इसके बाद जगताप ने तुरंत वारजे मालवाडी पुलिस स्टेशन में शिकायत की. पुलिस ने जीपीएस और फास्टैग की मदद से गाड़ी को तुरंत ट्रैक किया. इसमें पता चला कि कार ठाणे में है. इसके बाद उन्होंने मुंब्रा पुलिस स्टेशन को इसकी जानकारी दी और उसकी लोकेशन के बारे में बताया. फिर, ठाणे पुलिस ने कार को ढूंढ लिया.
राजेंद्र जगताप ने बताया कि, जब उन्होंने स्कॉर्पियो खरीदी थी तो साथ ही फास्टैग के साथ जीपीएस भी लगवाया था. पुलिस ने बताया कि चोरों को ठाणे पुलिस की सक्रियता देख अंदेशा हो गया था कि कार में जीपीएस लगा है. जिसके बाद उन्होंने जीपीएस के तार काट दिए. लेकिन फिर भी चोर पुलिस को चकमा देने में सफल नहीं हुए. वो कार को एक सोसाइटी के नजदीक खड़ा करके फरार हो गए. बहरहाल वाहनों के लिए फ़ास्टटैग कितना फायदेमंद है? ये बात अब लोगों को पता चलने लगी है। इसे 15 दिसंबर से देशभर में सभी टोलप्लाजा पर लागू किया गया।