राष्ट्रवादी को दूसरा बड़ा झटका; पिंपरी से शेखर ओव्हाल ने भी लहराया बगावत का परचम

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से नए चेहरे के तौर पर नगरसेविका सुलक्षणा धर- शिलवन्त को प्रत्याशी घोषित करने के राष्ट्रवादी कांग्रेस को दूसरा बड़ा झटका तब लगा जब भूतपूर्व नगरसेवक शेखर ओव्हाल ने भी पार्टी के खिलाफ बगावत का परचम लहरा दिया। इसकी आधिकारिक घोषणा उन्होंने गुरुवार की शाम एक संवाददाता सम्मेलन में की। इसके चंद घन्टे पूर्व राष्ट्रवादी के भूतपूर्व विधायक अण्णा बनसोडे ने भी ‘मेरी क्या गलती थी’ ? यह सवाल उठाते हुए बगावत का झंडा लहराया है। राष्ट्रवादी के दोनों बागी कल (शुक्रवार) को नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे हैं।
भूतपूर्व नगरसेवक शेखर ओव्हाल ने तब से राष्ट्रवादी को लगातार चर्चा में लाया और रखे रहा जब पार्टी मुश्किल के दौर से गुजर रही थी। एक के बाद एक भव्य- दिव्य कायर्क्रम, आंदोलन आदि के जरिए उन्होंने पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र में राष्ट्रवादी के लिए अनुकूल माहौल बनाया। इन हालातों में जहां पार्टी से उन्हें उम्मीदवारी मिलने की अपेक्षा थी वहीं नए चेहरे के तौर पर राष्ट्रवादी ने नगरसेविका सुलक्षणा धर- शिलवन्त को प्रत्याशी घोषित कर ओव्हाल की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मगर इसके बावजूद हार न मानते हुए उन्होंने बतौर निर्दलीय चुनाव के मैदान में उतरने का फैसला किया। इसकी आधिकारिक घोषणा भी उन्होंने आज एक संवाददाता सम्मेलन में की।
उन्होंने कहा कि, जब मैं नगरसेवक था और अब नहीं हूं तब भी अपने प्रभाग व चुनाव क्षेत्र के विकास के लिए प्रयत्नशील रहा। क्योंकि मेरा मूल पिंड सामाजिक कार्यकर्ता का रहा न कि राजनेता का। मैं तब भी जनसेवा के लिए कटिबद्ध था और आगे भी रहूंगा। राष्ट्रवादी ने भले ही उम्मीदवारी नहीं दी, मगर लोगों का साथ मेरे साथ है। मैंने राष्ट्रवादी के वरिष्ठ नेताओं के कहने पर ही पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव की तैयारी शुरू की। मैंने तब पार्टी से टिकट मांगा जब कोई अन्य राष्ट्रवादी से टिकट मांगने के लिए तैयार नहीं था। इसके बावजूद मुझे टिकट नकारी गई। इसका अफसोस जताते हुए ओव्हाल ने कार्यकर्ताओं के आग्रह की खातिर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्हें टिकट के लिए दूसरी पार्टियों से लगातार फोन आते रहे हैं।