पिता का नाम मतदाता सूची में देखकर भड़के जीतेंद्र आव्हाड़

मुंबई – राज्य के चौथे व अंतिम चरण के मतदान के बीच एनसीपी विधायक जीतेंद्र आव्हाड़ का पारा उस समय सातवें आसमान पर पहुंच गया, जब उन्होंने 2 साल पहले स्वर्गवासी हो चुके अपने पिता का नाम मतदाता सूची में देखा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग देश पर लगा कलंक है। कई लोगों के नाम मतदाता सूची से गायब हैं और मृत लोग अभी तक सूची में जीवित हैं। पूरी प्रक्रिया डिजिटल कर सिस्टम को सुधारना आवश्यक है।

उन्होंने सवाल किया कि जब शिवसेना विधायक रवींद्र फाटक के बैग में रकम होने का आरोप लगा तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार किये बिना कैसे छोड़ दिया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के दबाव में पुलिस प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। बता दें कि विधायक रवींद्र फाटक की गाड़ी में नकदी होने की बात बहुजन विकास आघाड़ी ने की थी और लगभग 3 घंटे तक गाड़ी रोककर उनके बैग की जांच करने की मांग की थी। इस वजह से रात 1 से 3 बजे तक माहौल तनावपूर्ण हो गया था।