गले में फंदा डाल ले रही थी सेल्फी, बिगड़ा संतुलन और चली गई जान 

इंदौर. ऑनलाइन टीम : सेल्फी के चक्कर में कई घटनाओं में अनेकों लोगों की जान चली गई है। लगातार इससे सावधान रहने की हिदायत जारी की जा रही है। अभिभावकों को खासकर बच्चों पर ध्यान देने की बात कही जा रही है, लेकिन घटनाएं फिर भी हो रही हैं। ऐसी ही एक घटना में एमपी के इंदौर में सेल्फी के चक्कर में एक बच्ची की जान चली गई है। 7वीं की छात्रा गले में फंदा डाल कर सेल्फी ले रही थी।

मामला इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र का है। बच्ची का नाम आयुषी सोलंकी बताया जा रहा है, जिसकी उम्र मात्र 12 वर्ष है।  बच्ची के मां-पिता सशस्त्र बल में हैं। घटना के वक्त बच्ची घर में अकेली थी। कुछ देर बात जानकारी परिजनों के मिली। उन्होंने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी कि मां वैष्णो देवी नगर में 12 वर्षीय बच्ची ने फांसी लगाई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच शुरू की। परिजनों ने पुलिस को बताया कि आयुषी का शव फंदे से लटका था और मोबाइल नीचे गिरा हुआ था।

मोबाइल की जांच की गई तो उसमें फंदे के साथ सेल्फी थी। बच्ची ने 2 दुपट्टों से फंदा तैयार किया था। पोस्टमार्टम के दौरान उसके कपड़ों से डॉक्टरों को एक नोट मिला है। उसमें लिखा है कि सॉरी माही, मुझे माफ कर देना, जो गलतफहमियां हुईं, उसे भूल जाना। माही उसे तुम गलत समझ रही हो। यकीन नहीं है तो मुझे 6 बजे आकर देख लेना। इसके साथ ही बाएं हाथ पर सॉरी-जी लिखा हुआ है।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया है। मोबाइल जब्त कर लिया गया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बच्ची ने फांसी लगाई है या खेल खेल में फांसी लगी है। शुरुआती जांच हादसा करार दे रही है, लेकिन सवाल है कि जब हादसा है तो बच्ची के कपड़ों से सुसाइड नोट क्यों मिले हैं। पुलिस अब तमाम बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। साथ ही उस माही की भी तलाश कर रही है।