बागी शीतल शिंदे ने की विधायक महेश लांडगे से मुलाकात

स्थायी समिति सभापति चुनाव की सरगर्मियां तेज
पिंपरी। समाचार ऑनलाइन – स्थायी समिति सभापति पद के चुनाव में बगावत का परचम लहराने के तुरंत बाद भाजपा के बागी शीतल उर्फ विजय शिंदे ने विधायक महेश लांडगे से मुलाकात की। 7 मार्च को होने जा रहे इस चुनाव में भोसरी के विधायक लांडगे के गुट की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है। क्योंकि 16 सदस्यों वाली स्थायी समिति में इस गुट के तीन नगरसेवक शामिल हैं और बागी शिंदे को तीन वोटों की कमी महसूस हो रही है। उन्हें शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस का पूरा समर्थन हासिल रहने से उनके पास छह वोट ‘फिक्स’ है।
पिंपरी चिंचवड मनपा स्थायी समिति सभापति चुनाव के लिए शनिवार को नामांकन पत्र दाखिल किया गया। सत्तादल भाजपा के शहराध्यक्ष और विधायक लक्ष्मण जगताप ने पिछली बार की तरह फिर एक बार धक्का तंत्र अपनाते हुए वरिष्ठ नगरसेवक विलास मडिगेरी को प्रत्याशी घोषित किया। ऐन मौके पर शीतल शिंदे का पत्ता कट जाने से उन्होंने बगावत का परचम लहराया और शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस की मदद लेकर नामांकन दाखिल किया। इनके अलावा राष्ट्रवादी की ओर से मयूर कलाटे ने नामांकन दाखिल किया है। अगर शिंदे की बगावत कायम रहती है तो कलाटे नामांकन वापस ले लेंगे, यह तय हुआ है।
नामांकन की प्रक्रिया को पूरा हुए अभी चंद घन्टे ही बीते हैं कि भाजपा के बागी शीतल शिंदे ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। नामांकन के बाद मनपा मुख्यालय में विपक्षी दल के नेता दत्ता साने के कार्यालय में उन्होंने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की। यहां राष्ट्रवादी के चार और शिवसेना के एक सदस्यों के वोट उनके पास रहने का दावा कर उन्होंने हर हाल में चुनाव लड़ने की घोषणा की। मनपा से निकलने के चंद घन्टे में ही उन्होंने भाजपा के दूसरे विधायक महेश लांडगे से मुलाकात की। लगातार दूसरे साल अपने समर्थक को स्थायी समिति सभापति पद न मिलने से लांडगे नाराज चल रहे हैं। अगर उनकी नाराजगी यूंही बनी रही तो उनके गुट के तीन नगरसेवकों के वोट शिंदे को मिल सकते है, जो उनके लिए निर्णायक साबित होंगे। चुनाव में अभी 5 दिन बचे रहने से अभी कोई ठोस कहना ठीक न होगा, मगर फिलहाल तो विलास मडिगेरी की राह आसान नजर नहीं आ रही।