चोरी के शक में ‘शॉक ट्रीटमेंट’; साढ़े आठ लाख की उगाही भी की

क्राइम ब्रांच के सहायक फौजदार समेत दो के खिलाफ मामला दर्ज

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – मोबाइल टॉवर की बैटरी चोरी के शक में एक युवक को हिरासत में लेकर उसे ‘शॉक ट्रीटमेंट’ दिए जाने और उससे साढ़े 8 लाख रुपए वसूलने का मामला सामने आया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने शुक्रवार की रात क्राइम ब्रांच यूनिट 1 के सहायक फौजदार रमेश नाले और कर्मचारी राजू केदारी के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। दोनों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है।

सहायक फौजदार नाले और उनकी टीम को वाकड़ में मोबाइल टॉवर की बैटरी चुराने वाली गैंग के बारे खबर मिली थी। इसके अनुसार जाल बिछाकर उसे हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उससे कोई अहम जानकारी नहीं मिली, अलबत्ता पुणे जिला (ग्रामीण) पुलिस की सीमा में चोरी के एक मामले की उगाही जरूर हुई। इसके बाद उसे जिला पुलिस के हवाले कर दिया गया। हालांकि इसके बारे में नाले ने अपने वरिष्ठों को कोई जानकारी नहीं दी न ही आरोपी को हिरासत में लेने, उसकी मेडिकल कराने या ग्रामीण पुलिस को सौंपने की कहीं कोई एंट्री की। अब उस युवक और उसके परिजनों ने उसके साथ अमानवीय तरीके से मारपीट करने और ‘शॉक ट्रीटमेंट’ देने और जबरन साढ़े 8 लाख रुपए वसूलने का आरोप लगाया है।

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने इसकी पूरी जांच पड़ताल करने और सहायक फौजदार रमेश नाले व उनकी टीम के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद इस्तीयाक उर्फ मुस्ताक महलू खान (30) निवासी कोंढवा, पुणे की शिकायत के आधार पर सहायक फौजदार रमेश नाले और कर्मचारी राजू केदारी के खिलाफ पिंपरी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही दोनों को तत्काल निलंबित कर दिया गया था और नाले की टीम की जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच की कमान क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त सतीश पाटिल को सौंपी गई है, यह जानकारी पुलिस आयुक्त पद्मनाभन ने संवाददाताओं को दी।नाले इससे पहले पुणे ग्रामीण पुलिस बल में कार्यरत थे उन्होंने वड़गांव मावल, लोकल क्राइम ब्रांच और अन्य थानों में काम किया है। पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय की स्थापना के बाद उनकी पोस्टिंग यहां की गई और फिलहाल वे क्राइम ब्रांच यूनिट 1 में कार्यरत हैं।