ढाई साल से 24 घंटे जलापूर्ति परियोजना खटाई में

ठेकेदार कंपनी से पौने दो करोड़ का दंड वसूल

पिंपरी। संवाददाता – सप्ताह सातों दिन 24 घंटे जलापूर्ति की जिस परियोजना का इन्तजार पिंपरी चिंचवड़ शहरवासी बड़ी बेसब्री से कर रहे हैं, वह योजना ढाई साल बाद भी अधर में लटकी हुई है। इस साल के 18 जून को इस परियोजना का काम पूरा चाहिए था मगर परोक्ष में अब तक मात्र 29 फीसदी काम ही पूरा हो सका है। इस ढिलाई के लिए पिंपरी चिंचवड़ मनपा द्वारा संबंधित ठेकेदार कंपनी से रोजाना के हिसाब से विलंब शुल्क वसूल कर रही है। अब तक इस कंपनी से पौने दो करोड़ रूपये का दंड वसूला जा सका है। हालांकि शहरवासियों का 24 पानी पाने का सपना महज सपना बनकर ही रह गया है।

कांग्रेस प्रणित तत्कालीन केंद्र सरकार के जेएनएनयुआरएम अभियान के तहत शहर में 24 /7 यानी सप्ताह भर 24 घंटे पानी की आपूर्ति की परियोजना बनाई गई है। इसके पहले चरण में दिघी, भोसरी, मोशी, जय गणेश साम्राज्य, स्पाईन रोड, संभाजीनगर, शाहूनगर, निगडी, यमुनानगर, प्राधिकरण, चिंचवड केशवनगर, प्रेमलोक पार्क, थेरगांव, दत्तनगर, सांगवी क्षेत्रों को इस योजना में शामिल किया गया। शहर के इन 40 फीसदी हिस्से में यह परियोजना पूरी होने के बाद बचे हुए हिस्से इसकी अमलबाजी की जानी थी। मगर परियोजना का पहला चरण ही अधर में लटके रहने से इस परियोजना पर सवालिया निशान लग गया है।

पहले चरण के लिए 217 करोड़ रूपये का टेंडर जारी किया गया, जिसे ठेकेदार कंपनी ने 207 करोड़ रुपए में पूरा करने का भरोसा दिलाया था। इस परियोजना के लिए 19 जून 2016 को वर्क आर्डर जारी किया गया। 18 महीनों में इसे पूरा करने की डेडलाइन तय की गई थी। यह डेडलाइन इस साल के 18 जून समाप्त हो गई मगर अब तक मात्र 29 फीसदी काम ही पूरा हो सका है। इस विलंब के लिए मनपा प्रशासन ने कड़ी भूमिका अपनाते हुए संबंधित ठेकेदार कंपनी से हर रोज के हिसाब से दंड वसूलना शुरू किया है। अब तक एक करोड़ 78 लाख रुपए बतौर दंड के वसूले जा चुके हैं, हालांकि परियोजना पर लगा सवालिया निशान कायम है।