पुणे जिले में पालकमंत्री पद को लेकर खींचतान शुरू

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पालकमंत्री गिरीश बापट ने लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली जाने का रास्ता तैयार कर लिया है। अब पुणे जिले के पालकमंत्री की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाएगी इसे लेकर तर्क-विर्तक और अनुमानों का दौर शुरू हो गया है। पिछले 25 वर्षों से कमल फूल खिला रहे मावल को पालकमंत्री मिलने की अधिक उम्मीद है। गिरीश बापट के बाद जिले के निष्ठावान विधायक माने जाने वाले बाला भेगडे पहली पसंद बन सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ पिंपरी-चिंचवड़ के शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप ने अजीत पवार के किले को ढहाते हुए पिंपरी-चिंचवड़ मनपा में एक हाथ में सत्ता दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई है। इस बड़ी भूमिका के बाद खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन्हें लाल बत्ती देने का आश्वासन दिया था। ऐसे में जगताप को दिये गए आश्वासन को पूरा किया जा सकता है।

जून महीने में राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इसमें विधायक लक्ष्मण जगताप या बाला भेगडे  दोनों में से किसी एक को कैबिनेट अथवा राज्य मंत्रिपद की लॉटरी लग सकती है। दोनों में से कोई एक पालकमंत्री बन सकते हैं। ऐन  मौके पर दौंड के राष्ट्रीय समाज पक्ष के विधायक राहुल कुल को भी पालकमंत्री का पद दिए जाने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। क्योंकि राहुल कुल की पत्नी कांचन कुल ने बारामती में सुप्रिया सुले को जोरदार टक्कर देते हुए कड़ी चुनौती पेश की थी।

पुणे के मौजूदा पालकमंत्री गिरीश बापट के पुणे लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद रिक्त हुआ पालकमंत्री पद किसके पास जाएगा इसकी उत्सुकता बढ़ गई है। पिंपरी-चिंचवड़ भाजपा के शहराध्यक्ष विधायक लक्ष्मण जगताप  और पुणे जिलाध्यक्ष व मावल के विधायक बाला भेगडे के बीच पालकमंत्री पद को लेकर स्पर्धा शुरू हो गई है।
चार महीने बाद ही राज्य विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में चार महीने के लिए सामाजिक न्याय राज्यमंत्री दिलीप कांबले या जल संसाधन राज्यमंत्री विजय शिवतारे को भी पालकमंत्री का पद दिए जाने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। फिलहाल दिलीप कांबले परभणी से जबकि विजय शिवतारे सातारा जिले के पालकमंत्री है। ऐसे में दोनों के नाम पर भी विचार हो सकता है।