भोपाल : समाचार ऑनलाइन – भाजपा का ऑपरेशन लोटस कर्नाटक में सफल हो गया है । बहुमत सिद्ध करने में असफल रहे मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । कांग्रेस-जेडीएस के 15 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कर्नाटक सरकार परेशानी में घिर गई थी । आखिरकार मंगलवार को विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव रखा गया था । इसमें 99 विधायकों ने सरकार के पक्ष में जबकि 105 विधायकों ने सरकार के खिलाफ वोट किया। कर्नाटक में ऑपरेशन लोटस के सफल होने के बाद अब मध्य प्रदेश में ऑपरेशन कमलनाथ चलाये जाने की संभावना है।
Madhya Pradesh Minister & Congress leader Jitu Patwari: BJP has done everything to cause problems to us but this is Kamal Nath's government not Kumaraswamy's, they will have to take seven births to do horse trading in this government. pic.twitter.com/GvXV414kKJ
— ANI (@ANI) July 23, 2019
पूर्व मुख़्यमंत्री ने ऑपरेशन लोटस के दिए संकेत
मध्य प्रदेश में कर्नाटक की पुनरावृति होने का डर कांग्रेस के विधायकों को सता रहा है । इसके मद्देनज़र राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सांकेतिक बयान दिया है । उन्होंने कहा, मैं यहां सरकार नहीं गिराऊंगा। कांग्रेस की सरकार गिरती है तो इसके लिए कांग्रेस के नेता जिम्मेदार होंगे। राज्य में कांग्रेस और उन्हें समर्थन देने वाली बसपा-सपा में विवाद चल रहा है । ऐसे में यहां कुछ घटित होता है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते है । यह कहते हुए चौहान ने अप्रत्यक्ष रूप से ऑपेरशन लोटस का संकेत दिया है।
Shivraj Singh Chouhan, BJP: We'll not cause the fall of govt here (Madhya Pradesh). Congress leaders themselves have been responsible for fall of their govts. There is an internal conflict in Congress, & support of BSP-SP, if something happens to that then we can't do anything. pic.twitter.com/1w25KOw2RK
— ANI (@ANI) July 23, 2019
भाजपा पहले नंबर की पार्टी नहीं है
कर्नाटक की तरह मध्य प्रदेश में भाजपा पहले नंबर की पार्टी नहीं है । कांग्रेस और भाजपा की सीट में काफी ज्यादा अंतर नहीं है. पिछले वर्ष के आखिर में यहां विधानसभा चुनाव हुआ था । इसमें कांग्रेस को सबसे अधिक सीटें मिली। 230 सीट वाली विधानसभा में कांग्रेस को 114 जबकि भाजपा को 109 सीटों पर जीतस मिली थी। सत्ता गठन के लिए 116 विधायकों की जरुरत थी । सपा और बसपा दवारा कांग्रेस को समर्थन दिए जाने के बाद कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। कर्नाटक की तरह मध्य प्रदेश के नाराज विधायक के इस्तीफा से भाजपा को सरकार बनाने का मौका मिल सकता है।