Success Story : किसान का बेटा वैज्ञानिक बना, पुणे का अक्षय तावले की प्रेरणादायक यात्रा 

 

पुणे : समाचार ऑनलाईन – इच्छाशक्ति प्रबल हो तो आप कोई भी लक्ष्य हाशिल कर सकते हैं, यह दिखा दिया है पुणे के अक्षय के पिता किसान है ।  वह  ज्यादा फीस नहीं भरकर पढाई नहीं कर सकता है ।  इसलिए उसकी पढाई पुणे के मनपा स्कूल में हुई। लेकिन इसके बाद उसने अपनी प्रतिभा के दम पर तिरुपति के इंडियन इंस्टीटूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च संस्था में हायर एजुकेशन का मौका मिला है।

वैज्ञानिक के साथ काम करने का सपना 
अक्षय के बचपन से किसी वैज्ञानिक के साथ काम करने का सपना था ।   पुणे में नेशनल केमिकल लेब्रोटरी से इंटर्नशिप करते वक़्त अक्षय को विज्ञान का साथ काफी पसंद आया।  इसके बाद पुणे में इंडियन इंस्टीटूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च संस्था में इंटर्नशिप करने का मौका मिला। वही पर उसका चयन साइंस नर्चर प्रोग्राम के लिए हुआ।
DISHA में  मिली दिशा 
11 व 12 के विधार्थियों के लिए दिशा नाम का कार्यकर्म चलाया जाता है. इस कार्यकर्म के जरिय अक्षय को अपना स्किल की पहचान हुई. वैज्ञानिक रिसर्च की दिशा में उसे यही मिली। इसके बाद उसे  इंडियन इंस्टीटूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च संस्था में प्रवेश मिला।
खुद पर विश्वास रखकर आगे बढे 
अक्षय का कहना है कि अगर अपने खुद पर विश्वास रखकर अपना सपना पूरा करना तय किया तो आप अपना लक्ष्य पा सकते है। किसान पिता के साथ खेतों में मेहनत करने वाले अक्षय को अब वैज्ञानिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर रिसर्च करना है।  अब अक्षय को मुलभुत रिसर्च में करियर बनाना है ।
अक्षय की स्टोरी प्रेरणादायक 
एक छोटे से गांव से आकर मनपा स्कूल में पढाई करके यह युवा विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्चर के रूप में `नाम कमाने के लिए तैयार है ।  वैज्ञानिक बनने का लक्ष्य लेकर अपने लक्ष्य तक पहुंचने की उसकी यात्रा निश्चित रूप से प्रेरणादायक है।